पूर्वी चंपारण : (East Champaran) इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के एलपीजी बॉटलिंग प्लांट, पी ओ एल टर्मिनल ने प्रमुख आपात स्थितियों से निपटने में प्लांट कर्मियों और जिला प्रशासन की तैयारी का मूल्यांकन करने और उन्हें बढ़ाने के लिए लेबल 3 आपातकालीन मॉक ड्रिल का सफलतापूर्वक आयोजन किया।
इस मौके पर जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल (Saurabh Jorwal) भी उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है,कि लेवल 3 आपातकाल एक गंभीर स्थिति है जो प्लांट स्तर के नियंत्रण से परे बढ़ जाती है जिसके लिए जिला प्रशासन, अग्निशमन सेवाओं और चिकित्सा टीमों सहित बाहरी आपातकालीन प्रतिक्रिया एजेंसियों के हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है। ऐसी आपात स्थिति में बड़े पैमाने पर आग लगने की घटनाएं, खतरनाक सामग्री का रिसाव या विस्फोट शामिल हो सकते हैं जिसका प्लांट परिसर से परे भी जन जीवन पर प्रभाव हो सकता है।
गुरूवार के मॉक ड्रिल की सफलता को लेकर जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने इसकी प्रशंसा करते कहा कि इस मॉक ड्रिल ने आइओसीएल मोतिहारी बॉटलिंग प्लांट की मजबूत तैयारी और प्लांट कर्मियों तथा जिला प्रशासन के बीच प्रभावी समन्वय को प्रदर्शित किया है। इस तरह की ड्रिल वास्तविक जीवन की आपात स्थितियों के लिए हमारी व्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगी।
इस अवसर पर अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन राजेश्वरी पांडे (Rajeshwari Pandey) ने कहा कि नकली आग़ की घटना को नियंत्रित करने में दक्षता बहुत ही सराहनीय है। संयंत्र की अग्नि शमन क्षमता और बाहरी एजेंसी के साथ समन्वय अच्छी तरह से निष्पादित किया गया। अनुमंडल पदाधिकारी सुश्री श्वेता भारती (Ms. Shweta Bharti) ने कहा कि अभ्यास के दौरान प्रदर्शित त्वरित प्रतिक्रिया और टीमवर्क सुरक्षा और आपातकालीन तैयारी के लिए प्लांट की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है, मॉक ड्रिल से सभी हितधारकों के लिए सीखने का एक बड़ा अनुभव प्रदान किया, जिससे सक्रिय सुरक्षा उपाय और समन्वित आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रयासों के महत्व को बल मिला। मौके पर एसडीएम रक्सौल, फैक्ट्री इंस्पेक्टर, जिला अग्निशमन अधिकारी और अग्निशमन सेवा कर्मी तथा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी पीएचसी सुगौली उपस्थित थे।