Ahmedabad : ‘ठग किरन पटेल’ की पत्नी धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार

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अहमदाबाद : जम्मू-कश्मीर में स्वयं को प्रधानमंत्री कार्यालय का वरिष्ठ अधिकारी बताने के आरोप में गिरफ्तार कथित ठग किरन पटेल की पत्नी को एक वरिष्ठ नागरिक का बंगला हड़पने का प्रयास करने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

गौरतलब है कि किरन पटेल की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद 22 मार्च को दंपती के खिलाफ इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई थी जिसके बाद से ही मालिनी पटेल फरार थी।

अहमदाबाद शहर की अपराध शाखा द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, मालिनी को भरुच जिले के जम्बुसर कस्बे में उसके रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार कर अहमदाबाद लाया गया है।

विज्ञप्ति के अनुसार, शहर के नरोदा थाने में दर्ज धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के मामले में 2017 में मालिनी को गिरफ्तार किया गया था। उसमें कहा गया है कि किरन पटेल के खिलाफ भी गुजरात में ऐसे कम से कम चार मामले दर्ज हैं और अतीत में उसे भी गिरफ्तार किया गया था।

ताजा प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि किरन ने अहमदाबाद के पॉश इलाके में स्थित इस बंगले के मालिक का भरोसा जीतकर उनका मकान हथियाना चाहा और मकान के मालिक के समक्ष खुद को ‘पीएमओ को प्रथम श्रेणी का अधिकारी’ और राजनेताओं का करीबी बताया।

अहमदाबाद के शिलाज इलाके में स्थित इस बंगले के मालिक व शिकायतकर्ता जगदीश चावड़ा (63) निजी कारणों से इसे बेचना चाहते थे। किरन फरवरी 2022 में चावड़ा से मिला और खुद को ‘रियल एस्टेट एजेंट’ बताया। उसने चावड़ा से कहा कि मकान की मरम्मत कराने के बाद वह अच्छी कीमत पर बिक जाएगा।

चावड़ा का भरोसा जीतने के लिए किरन ने खुद को ‘पीएमओ का प्रथम श्रेणी का अधिकारी’ और एक कैफे चेन का साझेदार बताया।

प्राथमिकी के अनुसार, चावड़ा जब बंगले की मरम्मत कराने के लिए मान गए तो किरन, मालिनी और एक इंटीरियर डिजाइनर ने काम शुरू किया और किश्तों में उनसे 35 लाख रुपये लिए।

मकान की मरम्मत के दौरान चावड़ा शेला इलाके में स्थित अपने मित्र के घर पर रहने लगे। कुछ समय बाद चावड़ा को पता लगा कि किरन और उसकी पत्नी ने बंगले के आगे अपने नाम का ‘नेमप्लेट’ लगा लिया है और मकान मालिकों की भांती गृहप्रवेश भी किया है।

पुलिस के अनुसार, इस बारे में सवाल करने पर पटेल पति-पत्नी ने मरम्मत का काम पूरा नहीं किया और बंगला छोड़कर चले गए, जिसके बाद चावड़ा और उनका परिवार फिर से अपने मकान में रहने लगा।

प्राथमिकी के अनुसार, चावड़ा को अगस्त 2022 में अदालती नोटिस के जरिए पता चला कि किरन मकान के आगे लगे नेमप्लेट और गृहप्रवेश पूजा के आमंत्रण पत्र की तस्वीरों की मदद से मकान पर मालिकाना हक का दावा दीवानी अदालत में किया है।