मुंबई : (Mumbai) महाराष्ट्र में उपमुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही बहस के बीच शिवसेना मंत्री उदय सामंत (Shiv Sena Minister Uday Samant) ने नागपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उद्धव ठाकरे पर तीखा पलटवार किया। सामंत ने पूछा कि क्या उद्धव ठाकरे में इतनी हिम्मत है कि वे कांग्रेस के उपमुख्यमंत्रियों से इस्तीफा मांग सकें? उन्होंने आरोप लगाया कि उद्धव बार-बार प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर जनता में भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री असंवैधानिक बयान पर करारा जवाब
सामंत ने कहा कि उद्धव ठाकरे का यह दावा बेबुनियाद है कि उपमुख्यमंत्री का पद असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि देश में अब तक कई राज्यों में उपमुख्यमंत्री रहे हैं, जिनमें कांग्रेस शासित राज्यों के नाम भी शामिल हैं। सामंत ने पूछा— “क्या उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) कांग्रेस के उपमुख्यमंत्रियों से भी इस्तीफा मांगेंगे?” उन्होंने सलाह दी कि उद्धव बेवजह बदनामी फैलाना बंद करें।
ईवीएम विवाद पर उद्धव को घेरा
ईवीएम पर लगातार सवाल उठाने वाले उद्धव ठाकरे पर सामंत ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव ईवीएम से ही हुए थे और उद्धव के उम्मीदवार भी इसी मशीन से जीतकर आए। सामंत बोले— “जब अपने पक्ष में नतीजे आए तो ईवीएम ठीक, और विरोध में आए तो खराब—यह कैसी राजनीति है?”
विपक्ष के नेता चयन पर भी टिप्पणी
उदय सामंत ने स्पष्ट किया कि विधानसभा में विरोधी पक्ष नेता का फैसला अध्यक्ष का अधिकार है, न कि किसी दल का। उन्होंने कहा कि भास्कर जाधव (Bhaskar Jadhav) को विपक्ष का नेता नहीं बनाया जाएगा, और आगामी शीतकालीन सत्र में भी वे इस पद पर नहीं रहेंगे। विदर्भ राज्य मुद्दे पर सामंत ने कहा कि उनकी भूमिका वही है जो बालासाहेब ठाकरे की थी। उन्होंने दावा किया कि नागपुर और गडचिरोली तेजी से विकास की राह पर हैं। वहीं, नवाब मलिक मामले पर सामंत ने कहा कि यदि किसी मुद्दे पर भाजपा सही भूमिका लेती है, तो शिवसेना भी उसका समर्थन करेगी।



