सिलीगुड़ी : (Siliguri) मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) ने उत्तर बंगाल के लोगों से किया अपना वादा पूरा किया। बालासन नदी पर मिरिक के दूधिया क्षेत्र (Balason River in Mirik’s Dudhiya area) में अस्थायी पुल का निर्माण पूरा हो गया है। शीघ्र ही इस पुल को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। इससे सिलीगुड़ी से मिरिक के बीच आवागमन एक बार फिर सुगम हो जाएगा। पर्यटकों और स्थानीय निवासियों में खुशी का माहौल है।
हाल ही में निम्न दबाव के कारण हुई भारी वर्षा और अचानक आई बाढ़ से उत्तर बंगाल का अधिकांश क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ था। दार्जिलिंग जिले के मिरिक सहित कई इलाकों में भूस्खलन और नदी कटाव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में बालासन नदी पर स्थित दूधिया पुल पूरी तरह टूट गया था, जो सिलीगुड़ी से मिरिक के बीच संपर्क का प्रमुख मार्ग था। पुल टूटने से आवागमन लगभग ठप हो गया था।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आपदा के बाद उत्तर बंगाल का दौरा कर आश्वासन दिया था कि शीघ्र ही अस्थायी पुल तैयार कराया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद तेजी से निर्माण कार्य शुरू हुआ और दो सप्ताह के भीतर अस्थायी पुल बनकर तैयार हो गया।
इसी बीच सेना की ओर से क्षेत्र में एक बेली ब्रिज (Bailey bridge) तैयार करने का कार्य भी चल रहा है। वहीं, राज्य सरकार ने स्थानीय लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग को स्वीकार करते हुए दूधिया में नया कंक्रीट पुल बनाने की घोषणा की है।
पुराने पुल के समानांतर नए पुल का निर्माण कार्य पहले ही शुरू हो चुका है। इस पुल के निर्माण पर लगभग 51 करोड़ 37 लाख रुपये की लागत आएगी और इसे अगले वर्ष जुलाई तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
नए अस्थायी पुल के तैयार होने से स्थानीय लोगों और पर्यटकों में उत्साह और संतोष का माहौल है। अब एक बार फिर सिलीगुड़ी और मिरिक के बीच सुगम यातायात बहाल हो सकेगा।



