New Delhi : डीपीआईआईटी ने स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए हीरो मोटोकॉर्प के साथ किया समझौता

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नई दिल्‍ली : (New Delhi) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (Department for Promotion of Industry and Internal Trade) (DPIIT) ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रारंभिक चरण के स्टार्टअप्स को समर्थन देने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन (Memorandum of Understanding) (MoU) पर हस्ताक्षर हैं। इस समझौते के बाद चयनित स्टार्टअप्स को जर्मनी और भारत में हीरो मोटोकॉर्प की अत्याधुनिक अनुसंधान एवं विकास सुविधाओं के साथ-साथ कंपनी के डीलरों, आपूर्तिकर्ताओं और साझेदारों के विशाल नेटवर्क तक विशेष पहुंच प्राप्त होगी।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि इस समझौता ज्ञापन पर डीपीआईआईटी के निदेशक डॉ. सुमीत जारंगल (DPIIT Director Dr. Sumit Jarangal) और हीरो मोटोकॉर्प के ग्लोबल इनोवेशन पोर्टफोलियो लीड उत्कर्ष मिश्रा ने दोनों संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए। मंत्रालय के मुताबिक स्टार्टअप इंडिया पहल के तहत डीपीआईआईटी और हीरो मोटोकॉर्प कंपनी ‘हीरो फॉर स्टार्टअप्स’ (‘Hero for Startups’) के जरिए मिलकर काम करेंगे। इसके साथ ही उन्हें मेंटरशिप के अवसरों का भी लाभ मिलेगा और उन्हें सशुल्क प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट पर काम करने का मौका मिलेगा। इस साझेदारी से भारत के व्यापक लक्ष्यों मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत@2047 के अनुरूप नवोन्‍मेषण आधारित औद्योगिक विकास के लिए नए मार्ग प्रशस्‍त होने की उम्मीद है।

इस अवसर पर डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव संजीव ने कहा कि हीरो मोटोकॉर्प के साथ यह साझेदारी भारत की मोबिलिटी चुनौतियों का समाधान करने वाले उत्पाद-केंद्रित स्टार्टअप्स को सक्षम बनाने की डीपीआईआईटी की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करेगी। उन्होंने कहा कि उद्योग के अनुभव को जमीनी स्तर के नवोन्‍मेषणों से जोड़ने के साथ हमने विशेष रूप से उभरती प्रौद्योगिकियों और टियर 2/3 बाजारों में विचार से प्रभाव (आइडिया टू इम्‍पैक्‍ट) तक की यात्रा में तेजी लाने का लक्ष्‍य रखा है।

हीरो मोटोकॉर्प के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. पवन मुंजाल (Dr. Pawan Munjal, Executive Chairman, Hero MotoCorp) ने कहा कि कंपनी खुद को न केवल उद्योग जगत की एक अग्रणी कंपनी के रूप में, बल्कि एक राष्ट्र-निर्माता के रूप में भी देखती है, जो विकसित भारत 2047 के विजन के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि डीपीआईआईटी के साथ हमारी साझेदारी इस उद्यमशीलता की भावना को पोषित करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।