नई दिल्ली : (New Delhi) पेपर कप, रिपल पेपर, कोटेड पेपर रोल्स और फूड-ग्रेड पेपर्स जैसे ग्रीसप्रूफ और ऑयल-रेसिस्टेंट पेपर प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी आराध्या डिस्पोजल के शेयरों (Shares of Aradhya Disposal) ने आज स्टॉक मार्केट में कमजोर शुरुआत की। हालांकि डिस्काउंट लिस्टिंग के बाद लिवाली के सपोर्ट से कंपनी के शेयरों की स्थिति में सुधार भी हुआ। इसके बावजूद कंपनी के आईपीओ निवेशकों को मामूली मुनाफा ही हो सका। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 116 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म (SME platform of NSE) पर 5 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ इसकी लिस्टिंग 111 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद लिवाली शुरू हो जाने के कारण इसकी स्थिति में सुधार होने लगा। सुबह 12 बजे तक कारोबार होने के बाद कंपनी के शेयर उछल कर 116.55 रुपये के अपर सर्किट लेवल तक पहुंच गए। अपर सर्किट लगने के बाद भी कंपनी के आईपीओ निवेशकों को महज 0.47 प्रतिशत का ही मुनाफा हो सका है।
आराध्या डिस्पोजल (Aradhya Disposal) का 45.10 करोड़ रुपये का आईपीओ 4 से 6 अगस्त के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से फीका रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 1.41 गुना ही सब्सक्राइब हो सका था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (qualified institutional buyers) (QIB) के लिए रिजर्व पोर्शन 2.51 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (non-institutional investors) (NII) के लिए रिजर्व पोर्शन में 1.25 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 1.46 गुना सब्सक्राइब हुआ था। ये आईपीओ पूरी तरह से नए शेयरों का था, जिसके तहत कंपनी ने कुल 38.88 लाख नए शेयर जारी किए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी प्लांट और मशीनरी की खरीदारी करने, विस्तार योजनाओं को पूरा करने, टर्म लोन को चुकाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी की इनकम सालाना आधार पर 54 प्रतिशत बढ़कर 113.69 करोड़ रुपये हो गई। वहीं शुद्ध मुनाफा 158 प्रतिशत उछल कर 10.27 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में 3.99 करोड़ रुपये था।