Islamabad : दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची चोटी ‘के2’ में हिमस्खलन, पाकिस्तान के पर्वतारोही की मौत

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इस्लामाबाद : (Islamabad) दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची चोटी ‘के 2’ (world’s second highest peak ‘K2’) पर हिमस्खलन की चपेट में आने से पाकिस्तान के पर्वतारोही मोहम्मद इफ्तिखार हुसैन (Pakistani climber Mohammad Iftikhar Hussain) की मौत हो गयी। तीन विदेशी पर्वतारोहियों को मामूली चोटें आईं। उन्हें सुरक्षित बचा लिया गया। ‘के 2’ को माउंट गॉडविन-ऑस्टिन (‘K2’ is also known as Mount Godwin-Austin) भी कहा जाता है। यह काराकोरम पर्वतमाला की शृंखला है। ‘के 2’ पाकिस्तान और चीन सीमा पर है। यह शृंखला गिलगित-बाल्टिस्तान से चीन के झिंजियांग तक फैली है।

जियो सुपर टीवी (Geo Super TV) पाकिस्तान की स्कार्दू के डिप्टी कमिश्नर शिगर आरिफ हुसैन के हवाले से प्रसारित खबर के अनुसार, यह वाकया 18 जुलाई को दोपहर लगभग 2:30 बजे बेस कैंप से लगभग 500 मीटर ऊपर कैंप नंबर एक के पास हुआ। हिमस्खलन की चपेट में चार पर्वतारोही आए। इनमें तीन विदेशी और स्थानीय पर्वतारोही इफ्तिखार हुसैन हैं। इफ्तिखार हुसैन स्कादू के सदपारा के रहने वाले हैं।

अधिकारियों ने पुष्टि की कि दो विदेशी पर्वतारोही सुरक्षित बेस कैंप में लौट आए, जबकि एक को मामूली चोट आई है। दुर्भाग्य से, इफ्तिखार हुसैन हिमस्खलन में फंस गए। बाद में उनका शव बरामद कर बेस कैंप लाया गया। इसके बाद अभियान दल ने पाकिस्तान के अल्पाइन क्लब के अध्यक्ष मेजर जनरल इरफान अरशद (Major General Irfan Arshad, President of the Alpine Club) से इफ्तिखार का शव उनके घर पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। पाकिस्तान आर्मी एविएशन शव को वापस लाने के लिए प्रयासरत है। मेजर जनरल इरफान अरशद ने इफ्तिखार हुसैन के परिवार, मित्रों और साथी पर्वतारोहियों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और इस गहरे दुख की घड़ी में पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया।

उल्लेखनीय है कि चेक पर्वतारोही महिला क्लारा कोलोचोवा (Czech mountaineer Klara Kolochova) की इसी साल 4 जुलाई को नंगा पर्वत पर गिरने से निधन हो चुका है। 46 वर्षीय पर्वतारोही कोलोचोवा कैंप I और कैंप II के बीच गिर गई थीं। कोलोचोवा अपने पति सहित सात सदस्यों वाले एक अभियान दल का हिस्सा थीं। यह दल 15 जून को पाकिस्तान और दो दिन बाद बेस कैंप पहुंचा था। नंगा पर्वत दुनिया की नौवी ऊंची चोटी है। इस की ऊंचाई 8125 मीटर है। इसे दुनिया का हत्यारा पर्वत भी कहा जाता है। यहां अनेक पर्वतारोहियों की जान जा चुकी है।