मुंबई : (Mumbai) विमानन कंपनी एअर इंडिया (Aviation company Air India) ने शनिवार को कहा कि वह 12 जून को अहमदाबाद में हुए विमान हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट की समीक्षा के लिए आने वाले दिनों में विशेष सत्र आयोजित करेगी, जिनमें पायलटों को भी शामिल किया जाएगा।
एअर इंडिया का यह बयान विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एआईआईबी) (Aircraft Accident Investigation Bureau) द्वारा जारी की गई 15 पृष्ठों की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के बाद आया है। इसमें कहा गया है कि एअर इंडिया की उड़ान संख्या एआई 171 के दोनों इंजनों को ईंधन की आपूर्ति एक सेकंड के अंतराल पर बंद हो गई, जिससे कॉकपिट में अफरा-तफरी मच गई और विमान उड़ान भरने के लगभग तुरंत बाद ही जमीन पर गिर गया।
इसी बीच एआईआईबी जांच रिपोर्ट पर एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (Airline Pilots Association of India) ने कहा, “जांच का लहजा और दिशा पायलट की गलती की ओर झुकाव का संकेत देती है। हम इस धारणा को पूरी तरह से खारिज करते हैं और निष्पक्ष, तथ्य-आधारित जांच पर ज़ोर देते हैं। रिपोर्ट बिना किसी ज़िम्मेदार अधिकारी के हस्ताक्षर या जानकारी के मीडिया में लीक कर दी गई है। जांच में पारदर्शिता का अभाव है, क्योंकि जांच गोपनीयता में लिपटी हुई है, जिससे विश्वसनीयता और जनता का विश्वास कम हो रहा है। इसके अलावा योग्य, अनुभवी कर्मियों, खासकर लाइन पायलटों को अभी भी जांच दल में शामिल नहीं किया जा रहा है।”
उल्लेखनीय है कि 12 जून को लंदन जाने वाले एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान ने अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद ही गति खोनी शुरू कर दी और एक मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में जा घुसा। इस दुर्घटना में विमान में सवार 242 लोगों में से एक को छोड़कर सभी की मौत हो गई, जबकि जमीन पर 19 अन्य लोगों की मौत हो गई। यह एक दशक की सबसे घातक विमान दुर्घटना थी।