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Prayagraj : भारत का स्वर्णिम खेल युग आने वाला है: दीपा करमाकर

प्रयागराज:(Prayagraj)भारत में खेलों का स्वर्णिम युग शुरू होने वाला है और देश 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है। यह कहना है ओलंपियन और पद्मश्री सम्मानित जिमनास्ट दीपा करमाकर का, जिन्होंने रियो 2016 ओलंपिक में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए चौथा स्थान हासिल किया था।

खेल महाकुंभ संवाद संगम के दौरान दीपा करमाकर ने कहा कि भारतीय एथलीटों को अपने कोचों पर अधिक भरोसा करना चाहिए। उन्होंने कहा, “एक एथलीट की बुनियादी ट्रेनिंग भारतीय कोचों द्वारा ही होनी चाहिए, क्योंकि वे एथलीट के शरीर और स्वभाव को लंबे समय से समझते हैं। भारतीय कोच अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए पूरी तरह सक्षम हैं और 2036 ओलंपिक में पदक दिलाने की विशेषज्ञता रखते हैं।”

खेल महाकुंभ में दिखा युवा जोश

प्रयागराज के संगम क्षेत्र में आयोजित खेल महाकुंभ के दूसरे दिन का आगाज उत्साह और जोश से हुआ। देशभर से आए एथलीटों ने कबड्डी और आइनबॉल में अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों को रोमांचित कर दिया। युवाओं के जोश और जज्बे ने पूरे माहौल को खेल भावना से सराबोर कर दिया।

क्रीड़ा भारती और टीवाईसी द्वारा आयोजित यह भव्य खेल उत्सव 6 से 13 फरवरी 2025 तक संगम, मेला क्षेत्र के सेक्टर 10 में आयोजित किया जा रहा है। इस महाकुंभ का उद्देश्य पारंपरिक भारतीय खेलों को बढ़ावा देना और युवा एथलीटों के बीच खेल भावना व सौहार्द को प्रोत्साहित करना है।

गुजरात के खिलाड़ियों ने दिखाया दम

आज की प्रतियोगिताओं में गुजरात के 200 से अधिक कबड्डी और आइनबॉल खिलाड़ियों ने अपने कुशल और रणनीतिक खेल से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

दीपा करमाकर और कोच बिश्वेश्वर नंदी रहे मौजूद

युवा खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करने के लिए दीपा करमाकर अपने कोच, द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता बिश्वेश्वर नंदी के साथ कार्यक्रम में शामिल हुईं। उनके साथ क्रीड़ा भारती यूपी (एमएलसी) के प्रदेश अध्यक्ष अवनीश कुमार सिंह, उपाध्यक्ष अंगद सिंह और उत्तरी यूपी के क्षेत्रीय प्रमुख रजत आदित्य दीक्षित सहित कई प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

कार्यक्रम के दौरान खेल विशेषज्ञों ने युवा एथलीटों की असाधारण प्रतिभा और दृढ़ संकल्प को सराहा। साथ ही, भविष्य के खेल सितारों को प्रेरित करने और उनके समर्थन की रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा की गई।

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