नई दिल्ली : (New Delhi) अनुभवी श्रीलंकाई बल्लेबाज दिमुथ करुणारत्ने (Veteran Sri Lankan batsman Dimuth Karunaratne) ने घोषणा की है कि इस सप्ताह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका 100वां टेस्ट मैच उनके करियर का आखिरी टेस्ट होगा। गुरुवार को करुणारत्ने श्रीलंका के लिए 100 टेस्ट खेलने वाले सातवें क्रिकेटर बन जाएंगे। वह गाले में मैदान पर उतरेंगे, जहां उन्होंने नवंबर 2012 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी।
श्रीलंका के सबसे सफल सलामी बल्लेबाजों में शामिल
करुणारत्ने ने अपने करियर में श्रीलंका के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। वह टेस्ट क्रिकेट में श्रीलंका के लिए चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उनके नाम 7172 टेस्ट रन दर्ज हैं, जिसमें एक सलामी बल्लेबाज के रूप में 7079 रन शामिल हैं।
संन्यास के फैसले को लेकर करुणारत्ने ने समाचार पत्र डेली एफटी से बातचीत में कहा, “एक टेस्ट खिलाड़ी के लिए सिर्फ चार मैचों में अपनी फॉर्म बनाए रखना और खुद को प्रेरित रखना कठिन होता है।” उन्होंने यह भी बताया कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) शुरू होने के बाद श्रीलंका को बहुत कम द्विपक्षीय सीरीज खेलने का मौका मिला है।
हालिया फॉर्म बनी संन्यास की वजह
करुणारत्ने के प्रदर्शन पर नजर डालें तो 2024 की शुरुआत से अब तक उन्होंने 11 टेस्ट मैचों में 27.05 की औसत से सिर्फ 541 रन बनाए हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में वह 7 और 0 रन पर ही आउट हो गए थे। उन्होंने कहा, “मैंने एंजेलो मैथ्यूज और दिनेश चांडीमल से चर्चा के बाद यह फैसला लिया। हम तीनों के एक साथ संन्यास लेने की बजाय, एक-एक करके यह कदम उठाना बेहतर होगा।”
करुणारत्ने ने यह भी स्वीकार किया कि कम टेस्ट मैच मिलने की वजह से वह 10,000 रन के लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकते। इसलिए उन्होंने संन्यास लेने का फैसला किया। श्रीलंका क्रिकेट के लिए करुणारत्ने की यह उपलब्धि यादगार रहेगी और उनके योगदान को लंबे समय तक सराहा जाएगा।