नई दिल्ली : (New Delhi) भाजपा के राज्य सभा सदस्य दिनेश शर्मा ने “वन नेशन वन इलेक्शन” (“One Nation One Election”) विधेयक को कैबिनेट से मंजूरी मिलने का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक निर्णय है। इससे चुनाव में खर्च का भार कम होगा। यह विधेयक एकरूपता और लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने वाला है।
दिनेश शर्मा ने संसद परिसर में आज “हिन्दुस्थान समाचार” के साथ बातचीत के दौरान राज्य सभा में कई दिनों से बने गतिरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विपक्ष का असहयोगात्मक रवैया लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर कुठाराघात की तरह है। विपक्ष नेतृत्व शून्य और नेतृत्व विहीन है। इसलिए वो इस प्रकार से सदन नहीं चलने दे रहा है। उन्होंने कहा कि जॉर्ज सोरोस से कांग्रेस की नेता के संबंध के बारे में चर्चा होनी चाहिए। विपक्ष को आपत्ति क्या है। अगर उनके संबंध नहीं हैं तो साबित करें। विपक्ष का मौजूदा रवैया पूरी तरह से अड़ियल है। कांग्रेस अपने गठबंधन को टूटने से बचाना चाहती है। गठबंधन के नेता एक छत के नीचे आ सकें, इसलिए विपक्ष सदन चलने नहीं देना चाहता।
आसनसोल से तृणमूल कांग्रेस के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन विधेयक मुख्य मुद्दे से भटकाने के लिए लाया जा रहा है। इसका “ना नौ मन तेल होगा न राधा नाचेगी” जैसा हाल होगा । उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। जिन मुद्दों पर सरकार जवाब नहीं दे पा रही है, फिर चाहे मुद्दा बेरोजगारी का हो, महंगाई का या फिर डॉलर के दाम का ऊंचा होना। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष कुछ व्यावसायिक घरानों से संबंधों के सवालों से भागना चाहता है। इसलिए नए नए विधेयक लाने की कोशिश की जा रही है। यह नाकामयाब कोशिश है।
आम आदमी पार्टी के राज्य़ सभा सदस्य संजय सिंह ने “वन नेशन वन इलेक्शन” विधेयक को अलोकतांत्रिक बताया और संविधान तथा संघीय व्यवस्था के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि इस विधेयक में सरकार को बताना चाहिए कि अगर 5 साल के लिए एक निर्वाचित सरकार चुनी जाती है। अगर किसी राज्य में सरकार कार्यकाल के बीच में ही अल्पमत में आ गई तो आप क्या करेंगे। क्या आप एक चुनी हुई सरकार का दोबारा चुनाव कराएंगे। उन्होंने कहा कि कई राज्यों में तो अभी चुनाव हुए हैं। महाराष्ट्र में अभी सरकार बनी है। झारखंड में भी अभी सरकार बनी है। इसी तरह जम्मू कश्मीर और हरियाणा में भी अभी सरकार बनी है। पंजाब का कार्यकाल बाकी है । उत्तर प्रदेश का कार्यकाल बाकी है। आप कैसे चुनाव करा देंगे। उन्होंने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन से खर्च कैसे कम होगा, क्या वोटर की संख्या कम हो जाएगी।