धमतरी : अब स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी लाखों महिलाओं का काम ’’लोकोस’’ आसान करेगा । मेकर और चेकर कॉन्सेप्ट पर आधारित इस मोबाइल ऐप पर समूह का पूरा विवरण दिखेगा। ऐसे में समय की बचत होगी। इस ऐप को स्वयं समूह की महिलाएं भी ऑपरेट कर सकती हैं। जिले राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत 9 हजार 122 स्वसहायता समूहों से जुड़े 1 लाख 74 महिलाओं की सुविधा के लिए ’’लोकोस’’ एप्प की शुरुआत की गई है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोमा श्रीवास्तव ने ’’लोकोस’’ के संबंध में बताया कि लोक अर्थात जनता के लिए आपरेटिंग सिस्टम। यह स्व-सहायता समूह एवं उनके संघ (ग्राम संगठन एवं संकुल स्तरीय संगठन) की बैठक, कार्यवाही एवं वित्तीय लेनदेन की जानकारी को हितधारकों जैसे समूह सदस्य, सामुदायिक संवर्ग, मिशन स्टॉफ, बैंक एवं वित्तीय संस्था तथा प्रशासन को डिजिटल फार्म में ऑनलाईन डाटा उपलब्ध कराने हेतु तैयार किया गया मोबाइल एप्लीकेशन है। इस एप्लीकेशन के माध्यम से ई-बुक कीपर्स दीदियों द्वारा समूह या संगठन की बैठकों में जाकर उनकी जानकारी को ऑनलाईन एंट्री कर डिजिटाईज किया जाएगा। समूह के लेनदेन डिजिटल फार्म में ऑनलाईन उपलब्ध होने के पारदर्शिता तथा विश्वसनीयता बढ़ेगी। समूहों के वित्तीय स्थिति तथा लेनदेन की सही-सही जानकारी प्राप्त हो सकेगी। समूहों का ग्रेडिंग आसानी से किया जा सकेगा। समूहों के ऋण प्रकरण ऑनलॉईन बैंकों को प्रेषित किया जा सकेगा। यह भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसमें लखपति दीदी ग्रामीण क्षेत्र में वित्तीय लेनदेन के क्रियान्वयन में सहायक होगें।
उन्होंने यह भी बताया कि-समूह की महिलाओं को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘‘बिहान’’ अंतर्गत ’’लोकोस’’ एप्लीकेशन के लेनदेन मॉड्यूल पर 395 ई-बुक कीपर्स एवं स्टॉफ का चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण क्षेत्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास प्रशिक्षण केन्द्र, कुरूद में दिया जा चुका है एवं वर्तमान में प्रशिक्षण जारी है।