खूंटी: (Khunti) प्रतिबंधित उग्वादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (People’s Liberation Front of India)(पीएलएफआइ) के सक्रिय और विभिन्न मामलों में वांछित उग्रवादी सनिका कंडुलना उर्फ बच्चा उर्फ चकरा को पुलिस ने बुधवार को रनिया थाना के अंधुवाइल मोड़ के पास से गिरफ्तार कर लिया।
तोरपा में अपने कार्यालय में गुरुवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्र्रेंस में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ख्रिस्टोफर केरकेट्टा ने बताया कि जिले के पुलिस अधीक्षक अमन कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि फरार कुख्यात उग्रवादी सनिका कंडुलना रनिया थाना क्षेत्र में भ्रमणशील है। सूचना के आलोक में एसपी के निर्देश पर तोरपा के एसडीपीओ के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया।
टीम में एसडीपीओ ख्रिस्टोफर केरकेट्टा, तोरपा अंचल के पुलिस निरीक्षक दिग्विजय सिंह, रनिया के थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक सुनील कुमार मेहता और सशस्त्र बल के जवानों को शामिल किया गया। पुलिस टीम ने बुधवार को अंधुवाइल मोड़ के पास छापा मारकर सनिका को गिरफ्तार कर लिया। एसडीपीओ ने बताया कि सनिका उर्फ बच्चा के खिलाफ खूंटी जिले के रनिया, सिमडेगा जिले के कोलेबिरा और बानो और पश्चिमी सिंहभूम जिले के आनंदपुर थाने में हत्या, रंगदारी, पुलिस के साथ मुठभेड़ और 17 सीएलए एक्ट के तहत छह मामले दर्ज हैं। पुलिस को उसकी काफी समय से तलाश थी।
एसडीपीओ ने बताया कि सनिका 2019 में पीएलएफआइ उग्रवादी सामुएल कंडुलना के दस्ते में शामिल था। 2019 में कानारोवां गांव में पुलिस और उग्रवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में वह शामिल था और मुठभेड़ के बाद वह पकड़ा गया था। उस मुठभेड़ में पंडित नामक एक उग्रवादी मारा गया था। 202 में जेल से रिहा होने के बाद वह रोरे उर्फ सुखराम गुड़िया के दस्ते में शामिल हो गया। उसने ही सुखराम को एके47 हथियार दिया था। सुखराम की गिरफ्तारी के बाद वह हरियाणा भाग गया था। दिसंबर 2023 में वह अपने गांव रनिया थाना के उड़ीकेल बड़काटोली लौट आया और छिपकर रह रहा था।