-पालिका बोर्ड की बैठक में विधायक की मौजूदगी में जांच कराने का प्रस्ताव पारित
हमीरपुर : मौदहा नगर पालिका बोर्ड की बैठक में शुक्रवार को 16 करोड़ की सरकारी धनराशि ठिकाने लगाने का मामला जमकर उछाला गया।
नए बोर्ड की मोहर लगाने के मामले ने इस कदर तूल पकड़ा कि पूर्व चेयरमैन के गले की फांस बन रही है। करीब चार माह बाद इस नए बोर्ड की दूसरी बैठक में सदर विधायक डॉ मनोज प्रजापति की मौजूदगी में यह मामला जोर-शोर से उठा। जहां नए कर लगाने पर रोक लगाई गई तो वहीं 16 करोड़ रुपये व्यय की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति गठन के प्रस्ताव को दोहराया गया। जिसमें एक टेक्निकल अधिकारी व एक लेखा अधिकारी सहित तीन सभासद होंगे। इस महत्वपूर्ण बैठक में विधायक ने खेल मैदान और किराये के भवनों पर चल रहे प्राथमिक स्कूलों के लिए वरीयता से भूमि उपलब्ध कराए जाने का प्रस्ताव भी पारित कराया है। नगर पालिका परिषद की बोर्ड की दूसरी बैठक हुई।
पहली बैठक बोर्ड गठन के बाद नौ जून को हुई थी। जिसमें पूर्व अध्यक्ष के समय बिना बोर्ड की अनुमति के 16 करोड़ से अधिक की धनराशि ठिकाने लगाने की शिकायत वरिष्ठ सदस्य छोटे लाल प्रजापति, शिव कुमार सोनी, महेश गुप्ता आदि ने की थी। हालांकि इस मामले को वह शासन प्रशासन स्तर पर भी कर चुके हैं। आरोप था कि बोर्ड की बैठक के बिना इतनी बड़ी धनराशि को मनमानी तरीके से कैसे व्यय कर दी गई। अब यही धनराशि नए बोर्ड से उचित खर्च होने को कहकर मोहर लगवाने का प्रयास किया जा रहा है। सभासद छोटेलाल प्रजापति ने बताया कि पहली बैठक में एक समिति बनाकर इस धनराशि की जांच का प्रस्ताव पारित हुआ था।लेकिन आज तक यह कमेटी ही नहीं बनी और न इसकी जांच हुई।
शुक्रवार की बैठक में पुनः इसी मुद्दे को लेकर बोर्ड से इस बार मोहर लगवाने का प्रस्ताव था। लेकिन सदर विधायक व अन्य सभासदों ने सहमति जताते हुए इसकी विधिवत जांच का प्रस्ताव पारित किया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि शीघ्र ही इस कमेटी का गठन कर जांच शुरू कराई जाए। हालांकि इस पर भी सभासद छोटेलाल ने कहा कि जांच शासन स्तर से होने पर वास्तविकता सामने आएगी। बोर्ड की बैठक में कुछ मदों में कर बढ़ाने के प्रस्ताव में किसी अभिलेख की नकल के लिए पहले 100 रुपया लगते थे, अब 200 रुपये इसका शुल्क होगा।
जबकि सड़क काटने पर पूर्व की धनराशि से 20 प्रतिशत अधिक धनराशि लगेगी। हालांकि सम्पत्ति स्थानांतरण पर लगने वाला कर बढ़ाए जाने का भी प्रस्ताव था। लेकिन इस पर विधायक व अन्य लोगों की आपत्ति पर फिलहाल इसमें कोई अन्य कर बढ़ाने का प्रस्ताव नहीं हो सका। बैठक की अध्यक्षता नगर पालिका परिषद अध्यक्ष रजा मोहम्मद उर्फ श्रीनाथ ने की। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर विधायक की मौजूदगी बैठक कारगर रही।