नई दिल्ली: (New Delhi) दिल्ली महिला आयोग ने सरकारी अस्पतालों में मुफ्त सेक्स रीअसाइनमेंट सर्जरी (non-availability of free sex reassignment surgery)उपलब्ध न होने की शिकायत पर राम मनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल) के साथ-साथ राज्य और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है।आयोग को दिल्ली के आरएमएल में सेक्स रिअसाइनमेंट सर्जरी (एसआरएस) की अनुपलब्धता के संबंध में एक शिकायत मिली। शिकायतकर्ता ने कहा है कि उसने मुफ्त सेक्स रीअसाइनमेंट सर्जरी के लिए आरएमएल अस्पताल से संपर्क किया था। उसने बताया कि भले ही सरकारी अस्पतालों में मुफ्त एसआरएस शुरू हो गया है, लेकिन वह अस्पताल में अपनी सर्जरी नहीं करा पा रही है।
इसके अलावा, दिल्ली महिला आयोग द्वारा विभाग के समक्ष मुद्दा उठाने के बाद नवंबर 2022 में दिल्ली के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने एक परिपत्र जारी किया था, जिसमें दिल्ली के अस्पताल में ‘बर्न और प्लास्टिक वार्ड’ के साथ-साथ प्लास्टिक सर्जन की सुविधा रखने वाले सभी सरकारी अस्पतालों को मुफ्त सेक्स रीअसाइनमेंट सर्जरी प्रदान करने का निर्देश दिया गया था।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आरएमएल अस्पताल के साथ-साथ दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय को नोटिस जारी किया है। आयोग ने अस्पताल से शिकायतकर्ता की सर्जरी न करने का कारण पूछा है और साथ ही इसे पूरा करने के लिए उठाए गए कदमों का विवरण भी मांगा है।
इसके अलावा, आयोग ने राज्य और केंद्र सरकार से 2022 के बाद से दिल्ली में सरकारी अस्पतालों द्वारा किए गए एसआरएस की संख्या के बारे में जानकारी मांगी है। आयोग ने उनसे दिल्ली में सरकारी अस्पतालों में मुफ्त सेक्स रीअसाइनमेंट सर्जरी सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों का विवरण भी देने को कहा है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, “हमें एक प्रमुख अस्पताल में सेक्स रीअसाइनमेंट सर्जरी की अनुपलब्धता के बारे में शिकायत मिली है। सभी सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क सेक्स रीअसाइनमेंट सर्जरी की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। दिल्ली महिला आयोग के प्रयासों के बाद दिल्ली सरकार ने दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों को मुफ्त एसआरएस उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था। मैंने अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग को नोटिस जारी किया है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि ट्रांसजेंडरों को सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त सेक्स रीअसाइनमेंट सर्जरी का लाभ मिल सके।”