Jodhpur : जैन समाज का पर्वाधिराज पयुर्षण महापर्व शुरू, पहले दिन बीता प्रार्थनाओं में

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जोधपुर : त्याग, तप एवं क्षमा के परिचायक जैन धर्म के आठ दिवसीय पर्व पर्युषण की आराधना मंगलवार से शुरू हो गई। इस दौरान आठ दिन चातुर्मास स्थलों पर जैन-श्रावक नवकारसी, चौरसी, उपवास, एकासन, आयंबिल तप आराधना करेंगे। उन्नीस सितंबर तक देव दर्शन, प्रक्षालन, परमात्मा पूजन, चौत्यवंदन, कल्पसूत्र वाचन, नित्य प्रतिदिन विशिष्ट प्रवचन, प्रतिक्रमण, परमात्मा की आंगी रचना सहित कई धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे।

श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा जोधपुर द्वारा पर्युषण महापर्व की आराधना 19 सितंबर तक आचार्य महाश्रमण की शिष्या साध्वी रतिप्रभा, साध्वी कलाप्रभा, साध्वी मनोज्ञयशा, साध्वी पावनयशा के सान्निध्य में जाटाबास स्थित तेरापंथ भवन में की जाएगी। सभाध्यक्ष पनालाल कागोत व युवक परिषद अध्यक्ष कमल सुराणा ने बताया कि पर्युषण महापर्व में प्रतिदिन प्रार्थना सुबह सवा छह बजे, प्रवचन सुबह सवा नौ से ग्यारह बजे तक, गुरु वंदना शाम 6.40 बजे फिर सामूहिक प्रतिक्रमण, अहर्त् वंदना व रात्रिकालीन ज्ञानवर्धक कार्यक्रम आयोजित होंगे। मंत्री दिलीप मालू व युवक परिषद् मंत्री अंकित चौधरी ने बताया कि आज पहले दिन खाद्य संयम दिवस मनाया गया। वहीं 13 सितंबर को सवाध्याय दिवस, 14 सितंबर को अभिनव सामयिक दिवस, 15 सितंबर को वाणी संयम दिवस, 16 को अणुव्रत चेतना दिवस, 17 सितंबर को जप दिवस, 18 को ध्यान दिवस मनाया जाएगा।

निवर्तमान अध्यक्ष मितेश जैन ने बताया कि 19 सितम्बर को संवत्सरी महापर्व की आराधना की जाएगी व 20 सितंबर को क्षमायाचना पर्व सुबह 06.15 बजे से आयोजित होगा तत्पश्चात श्री संघ का सामूहिक पारणा आयोजित होगा। महिला मण्डल अध्यक्ष सरिता डोसी व मंत्री पूजा सालेचा ने बताया कि 18 सितंबर शाम तक नमस्कार महामंत्र का अखंड जप अनुष्ठान होगा जिसमें सुबह 7 बजे से रात्रि 8 बजे तक महिलाएं व रात्रि 8 से सुबह तक पुरुष जप व्यवस्था में सहयोग करेंगे। पर्युषण के अंतिम दिन सांवत्सरिक पर्व के दिन वारसा सूत्र वाचन, संवत्सरी प्रतिक्रमण तथा संवत्सरी क्षमा याचना पर्व मनाया जाएगा।