काठमांडू: (Kathmandu) चीन ने नेपाल में बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के क्रियान्वयन पर दबाव बढ़ा दिया है। नेपाल दौरे पर आये चीनी कम्युनिस्ट पार्टी पोलित ब्यूरो के सदस्य चुआन ची चुन ने यहां प्रमुख नेताओं के साथ बैठक में बीआरआई का कार्यान्वयन तेज करने में दिलचस्पी दिखाई है।
चुआन ने इस तथ्य पर सवाल उठाया कि बीआरआई समझौते पर 2017 में हस्ताक्षर किए गए थे, लेकिन कार्यान्वयन की घोषणा अभी तक नहीं की गई है। उन्होंने मंगलवार को सीपीएन (यूएमएल) अध्यक्ष केपी शर्मा ओली के साथ बैठक में इस पर चर्चा की।बीआरआई समझौते पर ओली के प्रधानमंत्रित्व काल में हस्ताक्षर किए गए थे। हालांकि, 2022 में शेर बहादुर देउबा के प्रधान मंत्री बनने के बाद नेपाल सरकार ने चीन को जवाब दिया कि इसे तभी स्वीकार किया जा सकता है, जब सब्सिडी हो। चीन पोखरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण को बीआरआई के तहत बता रहा है, जिसे नेपाल ने स्वीकार नहीं किया है। हालांकि, यह हवाई अड्डा चीन के ऋण से बनाया गया था।
चीनी नेता चुआन ने नेपाल के नेताओं के साथ बैठक में पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के संचालन के बारे में भी बात की। इसका उद्घाटन 1 जनवरी, 2023 को हुआ था, लेकिन इस हवाई अड्डे से अब तक वाणिज्यिक अंतरराष्टीय उड़ानें संचालित नहीं की गई हैं। चुआन ने नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल प्रचंड के साथ सितंबर में चीन यात्रा पर भी चर्चा की थी।
चीनी नेता चुआन ने नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल, स्पीकर देवराज घिमिरे, नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा, सीपीएन (यूएमएल) के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली उपप्रधान और रक्षा मंत्री पूर्ण बहादुर खड़का से मुलाकात की। तीन दिवसीय यात्रा पर रविवार को श्रीलंका के रास्ते नेपाल आये चुआन सीपीएन (माओवादी सेंटर) के उपाध्यक्ष नारायणकाजी श्रेष्ठ, महासचिव देव गुरुंग और अन्य नेताओं से भी मिले हैं।