कार्डधारियों को बाजार खरीदना पड़ सकता है चावल
धमतरी:(Dhamtari) जिले के 281 राशन दुकानों के सेल्समेन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है। उनके जाने से इन राशन दुकानों में ताला जड़ा हुआ है। जबकि कार्डधारियों को अब चावल वितरण का समय आ चुका है। समय रहते हड़ताल खत्म नहीं हुआ, तो हजारों कार्डधारियों को बाजार से महंगे दामों पर राशन खरीदना पड़ सकता है, इससे कार्डधारियों की चिंता बढ़ गई है। कार्डधारियों को अब सेल्समेनों के लौटने का इंतजार है।
प्राथमिक कृषि साख सेवा सहकारी समिति के जिले में कुल 281 राशन दुकानें संचालित है। जिसमें धमतरी ब्लाक में 64, कुरूद में 82, मगरलोड में 58 और नगरी में 77 दुकानें शामिल है। इनमें से अधिकांश दुकानें गांवों में है, जहां उनके सेल्समेन ग्रामीणों को राशन व अन्य सामाग्रियों का वितरण करते हैं। इन दुकानों के सेल्समेन पिछले एक जून से नियमितीकरण किए जाने संबंधी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर जिलेभर के सहकारी कर्मचारियों के साथ कदम मिलाकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है, इससे गांवों के राशन दुकानों में ताला जड़ा हुआ है, जहां चावल व अन्य खाद्य सामाग्रियों का वितरण पूरी तरह से ठप है। इधर ग्रामीणों को माह खत्म होने और जून माह के पांच तारीख होने के साथ खाद्यान्न खरीदने के लिए राशन दुकानों के खुलने का बेसब्री से इंतजार है, ताकि वे राशन की खरीदी कर सके।
राशनकार्डधारी लाभेन्द्र कुमार साहू, मुकेश कुमार, गिरधारी लाल, जितेन्द्र कुमार, मनबोधी बाई आदि का कहना है कि माह के 10 तारीख तक अधिकांश कार्डधारियों का राशन खत्म हो जाता है, ऐसे में उन्हें राशन खरीदना पड़ता है। समय रहते यदि उन्हें राशन दुकान से राशन नहीं मिला, तो उनकी मुश्किलें बढ़ जाएगी। उन्हें खुले बाजार से करीब 25 से 30 रुपये किलो में चावल खरीदना पड़ सकता है।
उल्लेखनीय है कि ज्यादातर गरीबी रेखा राशनकार्डधारी परिवार राशन दुकानों से मिलने वाले चावल के ऊपर निर्भर रहता है। राशन दुकानों के चावल ही परिवार समेत खाते हैं। मई माह में पर्याप्त काम नहीं मिलने से पहले ही मजदूरों को आर्थिकतंगी से गुजरना पड़ता है, लेकिन चावल लेने अब उन्हें रुपये की चिंता सता रही है। ऐसे में राशनकार्डधारियों ने शासन से राशन वितरण करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की है, ताकि उन्हें खुले बाजार से राशन खरीदना न पड़े। जिला खाद्य निरीक्षक नरेश पीपरे ने कहा कि समितियों द्वारा संचालित राशन दुकानों के कर्मचारी हड़ताल पर है, ऐसे में कार्डधारियों को समय पर राशन मिलें, इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने पूरी कोशिश की जा रही है, ताकि कार्डधारियों को राशन मिल सके।