शव को गंगा पार रेती में दबा दिया था
वाराणसी : जैतपुरा थाना क्षेत्र के लहंगपुरा से 10 साल के बालक मो. अनस का अपहरण कर उसकी हत्या करने वाले दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर शनिवार शाम कुछ ही घंटों के अंदर इस सनखनीखेज वारदात का पर्दाफाश कर दिया।
अपर पुलिस आयुक्त संतोष सिंह ने रविवार देर शाम अपने कार्यालय में दोनों आरोपितों को मीडिया के सामने पेश कर घटना की सिलसिलेवार जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपितों के पास से घटना में प्रयुक्त रस्सी और जिस मोबाइल फोन से बालक अनस के पिता को फोन किया गया था, उसे भी बरामद कर लिया गया है। दोनों आरोपितों ने पूछताछ में पुलिस टीम को बताया कि उन्हें जुए और नशे की आदत थी। इसके चलते उन्होंने कई लोगों से करीब डेढ़ से 2 लाख रुपये उधार ले रखा था। कर्ज चुकाना था। इसलिए उन्होंने मिलकर अनस का अपहरण करने की योजना बनाई थी। सोचा था कि रुपये मिलने पर उसे छोड़ देंगे। लेकिन जब मामला पुलिस तक पहुंच गया तो वे डर गए। फिर पकड़े जाने के डर से अनस की गला दबाकर हत्या कर दी। उसके बाद उसके शव को बालू के नीचे दबा दिया। आरोपित नागकुआं जैतपुरा निवासी फैजान और गुफरान ने बताया कि उन्होंने योजनानुसार पहले रस्सी, टेप और फर्जी सिम खरीदा। फिर हफीजुर्रहमान के बेटे अनस का शनिवार देर शाम अपहरण कर लिया। अनस पतंग का शौकीन था। इसलिए उसे पतंग दिलाने के बहाने टोटो से पड़ाव ले गये। वहां से सूजाबाद में गंगा के किनारे रेत पर ले गये। यहां से दोनों ने फर्जी सिम से फोन कर अनस के पिता से बात की थी। लेकिन उन्हें लगा कि वह फंस जाएंगे तो हड़बड़ी में अनस की गला दबाकर हत्या कर दी। घटना का किसी को पता न चल सके इसलिए उसके शव को बालू में दबा दिया था। वार्ता में मौजूद डीसीपी काशी जोन आर एस गौतम ने बताया पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद मौत की सही स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। सीसीटीवी फुटेज से दोनों आरोपितों को गिरफ्तार किया। आरोपित फैजान और गुफरान सगे भाई है।