Bhiwandi : भिवंडी मनपा शिक्षण मंडल में व्याप्त भारी भ्रष्टाचार उजागर
फर्जी दस्तावेज व फर्जी शिक्षक के नाम पर करोड़ों के घोटाले का पर्दाफाश

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भिवंडी : भिवंडी निजामपूर शहर महानगर पालिका एवं भिवंडी शिक्षण मंडल में व्याप्त भारी भ्रष्टाचार का मामला प्रकाश में आया है। सपा ने इस भ्रष्टाचार को उजागर करते हुए दोषियों पर दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की है। भिवंडी डीसीपी नवनाथ धावले एवं भिवंडी मनपा आयुक्त व प्रशासक को लिखित निवेदन द्वारा भ्रष्टाचार में लिप्त शिक्षण मंडल अधिकारी व मनपा शाला क्रमांक 8 में कार्यरत शिक्षकों पर दंडात्मक कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है।

भिवंडी शहर सपा अध्यक्ष रियाज आजमी व पूर्व सपा नगरसेवक फराज (बाबा) बाऊद्दीन शेख ने एक पत्रकार परिषद आयोजित कर शिक्षण मंडल में चल रहे भारी भ्रष्टाचार के मामले को उजागर करते हुए बताया कि भिवंडी निजामपुर शहर महानगर पालिका के शिक्षण मंडल द्वारा संचालित मनपा स्कूल क्रमांक 8 के दो मनपा शिक्षकों द्वारा ठाणे के टीडीसी बैंक के मैनेजर से सांठगांठ कर फर्जी मनपा शिक्षकों के नाम पर लाखों रुपए का ऋण उठाया गया है। शिक्षण मंडल द्वारा संचालित मनपा स्कूल वार्ड क्रमांक 5 के अंतर्गत निजामपूरा क्षेत्र में चलने वाली सबसे पुराने स्कूल जिसे पीली स्कूल भी कहा जाता है, जिसमें कुल 6 मनपा के स्कूल चलाए जाते हैं । जैसे कि स्कूल नंबर 8, 23 नंबर, 25 नंबर, 27 नंबर, 26 नंबर, 29 नंबर और माध्यामिक स्कूल उर्दू स्कूल संचालित है।
इस स्कूल में कार्यरत कुछ भ्रष्ट व रिश्वतखोर महिला शिक्षकों ने भिवंडी निजामपूर शहर महानगर पालिका के फर्जी दस्तावेज बनाकर सरकार व बैंक के साथ लाखों-करोड़ों रुपए का धोखाधड़ी किया है। उन्होंने बताया कि 24 /2 /2023 को उन्होंने भिवंडी मनपा प्रशासकीय अधिकारी को लिखित निवेदन पत्र दिया और 21 फरवरी को ठाणे बैंक थाने डिस्ट्रीक सेंट्रल कोपरेटिव बैंक लिमिटेड (टीएससी बैंक ) के अधिकारी ने मनपा स्कूल क्रमांक 8 के पीली स्कूल के प्रिसिंपल को एक पत्र दिया और उस पत्र में उल्लेख करते हुए पूछा था कि मोमिन अब्दुल वहाब मोहम्मद युनूस, मोमिन इकबाल बानो मोहम्मद युनूस क्या यह आपके स्कूल में शिक्षक हैं। यह जानकारी सामने आते ही स्कूल के प्रिंसिपल ने सीधा इंकार कर दिया और शिक्षण मंडल ने भी कहा कि उक्त दोनों भिवंडी मनपा शिक्षण मंडल के अंतर्गत शिक्षक नहीं है। नातिकर हुमा अहमद एवं मोमीन इकबाल बानो मोह, युनुस नामक शिक्षिकाओं ने भ्रष्टाचार करने का नया फंडा अपनाते हुए फर्जी स्टाम्प, फर्जी वेतन स्लिप, फर्जी प्रिंसिपल के हस्ताक्षर के साथ तकरीबन पांच लोगों के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से कोविड के दौरान 15 से 20 लाख रुपए का भारी भरकम लोन बैंक से निकालकर फर्जी बैंक अकाउंट में बैंक द्वारा आने के बाद कुछ ही घंटों में दोनों जालसाजों के निजी खाते में पूरा पैसा ट्रांसफर हो गया। उन्होंने कहा कि इस जालसाजी में शिक्षण मंडल व बैंक का मैनेजर भी शामिल है, क्योंकि इस मामले के उजागर होने के बावजूद भ्रष्टाचार में लिप्त मनपा शिक्षण मंडल द्वारा दोषी शिक्षिकाओं के प्रति कोई कार्रवाई नहीं की गई।

कहा जा रहा है कि भ्रष्ट्राचार में लिप्त शिक्षिका को स्कूल का प्रिंसिपल बनाया जा रहा है। जो शिक्षण मंडल में व्याप्त भ्रष्टाचार घटिया कार्यप्रणाली को उजागर करता है। मनपा शिक्षण मंडल के घटिया कार्यप्रणाली से शिक्षा का स्तर भी गिरता जा रहा है। बता दें कि उक्त भ्रष्टाचार के मामले में मोमिन अब्दुल वहाब मोहम्मद युनूस ने 1 माह पूर्व ही स्थानीय पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराने के साथ भिवंडी मनपा प्रशासन एवं शिक्षण मंडल को लिखित निवेदन द्वारा स्वयं के साथ हुए धोखाधड़ी के मामले में जांच किए जाने के साथ न्याय की मांग की है।