जब घोड़े मरते हैं वे हांफने लगते हैं,
जब घास मरती है वह सूख जाती है ?
जब सूर्य मरते हैं वे बुझ जाते हैं,
जब मनुष्य मरते हैं – वे गीत गाते हैं।
जब घास मरती है वह सूख जाती है ?
जब सूर्य मरते हैं वे बुझ जाते हैं,
जब मनुष्य मरते हैं – वे गीत गाते हैं।
व्लादिमिर खेलेब्निकोव
प्रसिद्ध रूसी रचनाकार