इस साल दो दिन मनाया जायेगा रक्षाबंधन,जानें शुभ मुहूर्त
By Sushma Amit , 3 Aug 23 , india ground report
भाई - बहन के स्नेह पर्व पर इस बार पूरा दिन भद्रा का साया रहने वाला है
इस बार 30 अगस्त की रात 9 बजे के बाद और 31 अगस्त सुबह 07:05 तक राखी बंधवाई जा सकती हैं।
जब भद्रा का वास पृथ्वी लोक पर हो, तब उसका त्याग कर देना चाहिए व भद्रा की समाप्ति की प्रतीक्षा करनी चाहिए। उसके बाद ही रक्षाबंधन का पर्व मनाना चाहिए।
इस बार भद्रा का वास भू-लोक पर होने के कारण रक्षाबंधन रात्रि में ही मनाया जाना श्रेष्ठ है।
पंडित जगदीश शर्मा ने बताया कि पंचांग अनुसार रक्षाबंधन के पर्वकाल पर सुबह 10 बजे से भद्रा का आरंभ होगा, जो रात्रि में 9.07 बजे तक रहेगा।
दिनभर भद्रा का साया रहने के कारण रक्षाबंधन का पर्व नहीं मनाया जा सकता
क्योंकि ऐसी मान्यता है कि रक्षाबंधन के पर्व काल में पूर्णिमा तिथि की साक्षी होना आवश्यक है।
यदि ऐसी स्थिति में भद्रा का योग बनता हो, तो भद्रा का वह काल छोड़ देना चाहिए। भद्रा समाप्त होने के बाद ही रक्षाबंधन का त्योहार मनाना चाहिए।
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