कैसा था सुपर ब्लू मून का नजारा,यहाँ देखिए

सुपरमून और ब्लू मून शायद ही कभी ओवरलैप होते हैं, ऐसे में बुधवार रात (30 अगस्त ) को चंद्रमा एक दुर्लभ दृश्य में नजर आया। देखिए मुंबई में सीएसएमटी के ऊपर आसमान में सुपर मून कैसा नजर आया।

नासा के अनुसार सुपर ब्लू मून औसतन हर 10 साल में होते हैं। अगला सुपर ब्लू मून जनवरी 2037 तक दोबारा नहीं होगा। फोटो जम्मू के आसमान में नजर आए सुपर मून की है।

जब चंद्रमा पृथ्वी के सबसे करीब आता है तो वह आकाश में काफी बड़ा दिखाई देता है। इसे सुपरमून के रूप में जाना जाता है। फोटो दिल्ली के इंडिया गेट के ऊपर से कैद की गई है।

सुपरमून को एक दुर्लभ खगोलीय घटना माना जाता है क्योंकि यह 1 अगस्त को हुई पहली घटना के बाद अगस्त महीने में होने वाली दूसरी घटना है। फोटो मुंबई से हैं, जहां धुआं छोड़ती चिमनी के आगे में सुपर मून देखा गया।

ब्लू मून रात 9:30 बजे के आसपास अपने सबसे चमकीले रंग में था। जबकि ब्लू सुपर मून 31 अगस्त को सुबह 7:30 बजे (IST) के आसपास अपने सबसे चमकीले रंग में होगा। फोटो चेन्नई के आसमान से कैद की गई है।

सुपरमून एक पूर्ण चंद्रमा है, जो तब होता है जब चंद्रमा पेरिगी पर होता है, जो पृथ्वी से इसकी निकटतम दूरी है। फोटो कोलकाता में दक्षिण शहर की ऊंची इमारतों के बीच कैद की गई है।

असम के गुवाहाटी से सुपर ब्लू मून के दृश्य वास्तव में एक दुर्लभ दृश्य थे। इसी तरह कोलकाता में भी सुपर ब्लू मून का दीदार करने के लिए हर कोई उत्साहित था। बिहार के दृश्यों ने भी सभी को आश्चर्यचकित कर दिया।