धनतेरस पर दीपदान से खत्म होगाअकाल मृत्यु का भय

कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि के दिन धनतेरस का पर्व मनाया जाता है।

इस दिन आरोग्य की प्राप्ति के लिए भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है।

इस दिन घर के बाहर दक्षिण दिशा में यमराज के नाम का दीप प्रज्वलित किया जाता है।

दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके 'मृत्युना दण्डपाशाभ्यां कालेन श्यामया सह । त्रयोदश्यां दीपदानात् सूर्यजः प्रीयतां मम ॥' से दीपों का दान करे तो उससे यमराज प्रसन्न होते हैं।

दीपदान के दौरान करें इस मंत्र का जप

कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को सायंकाल के समय एक दीपक को तेल से भरकर प्रज्वलित करे और गन्धादि से पूजन करके अपने मकान के द्वारदेश में अन्न की ढेरी पर रखे।

धनतेरस पर ऐसे करें दीपदान

ऐसी मान्यता है कि धनतेरस पर यम के नाम का दीपदान करने से व्यक्ति को अल्पआयु में मृत्यु का भय नहीं रहता है।

सूर्यास्त के बाद ही जलाएं यम के नाम का दिया

इस बात का ख्याल रखें की यम के नाम का दिया सूर्यास्त के बाद रात को सोने से पहले रखा जाता है।