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छोटी सी उम्र में
युसरा फातमा
ने
इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स
में दर्ज कराया अपना नाम
युसरा से उम्मीद है कि वह देश के साथ-साथ विदेशों में भी गांव और जिले का नाम रोशन कर प्रदेश को अलग पहचान दिलाएंगी।
सीवान ज़िला के तेतहली गांव (बरहड़िया प्रखंड) की रहने वाली युसरा फ़ातमा , शकील अहमद और अर्शिया फातमा की छोटी बेटी हैं।
15 साल 6 महीने की उम्र में सबसे ज्यादा किताब लिखने का भी खिताब युशरा फातमा ने अपने नाम किया है। युशरा 8 साल की उम्र से नज़्म (कविता) लिखती आ रही है।
अपनी बेटी की कामयाबी पर यूसरा फातमा की मां और पिता काफी खुश हैं।
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के डॉ विश्वरूपम चौधरी ने भी युशरा के रिकॉर्ड बनने पर ऑनलाइन सम्मानित किया है।
युसरा फातमा ने कहा कि वह आगे भी कई रिकॉर्ड बनाना चाहती हैं। ऐसा रिकॉर्ड बनाएंगी जिसे काफी लंबे वक़्त तक तोड़ा नहीं जा सके।
पहले से बने रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए युसरा मेहनत भी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कौन सा रिकॉर्ड वह बनाएंगी ख़ुद नहीं जानती है।
युशरा के गांव वालों ने कहा कि हमारी बेटी बहुत कम उम्र में कामयाबी का परचम लहराया है।युसरा ने गांव और जिले का नाम रोशन किया है।