वाशिंगटन : (Washington) संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा मुख्यालय पेंटागन (Pentagon, the United States Department of Defense) ने लैटिन अमेरिका में सक्रिय ड्रग कार्टेल और अंतरराष्ट्रीय आपराधिक संगठनों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए शुक्रवार को कठोर कदम उठाए हैं। रक्षा मुख्यालय ने लैटिन अमेरिका में सैन्य अभियान के बड़े विस्तार का फैसला किया। रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने विमानवाहक पोत यूएसएस गेराल्ड आर. फोर्ड (aircraft carrier USS Gerald R. Ford) और उससे जुड़े युद्धपोतों को आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में भेजने का आदेश दिया।
द वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, प्रवक्ता सीन पार्नेल ने कहा कि विस्तारित सैन्य उपस्थिति का उद्देश्य न केवल पश्चिमी गोलार्ध में मादक पदार्थों की तस्करी को रोकना है, बल्कि वहां सक्रिय आपराधिक समूहों को कमजोर और ध्वस्त करना भी है। यह कदम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ड्रग कार्टेल के खिलाफ शुरू किए अभियान का अहम हिस्सा है। इससे क्षेत्र में अमेरिकी सैनिकों की संख्या लगभग दोगुनी होने की संभावना है।
सैन्य गतिविधियों से वाकिफ अमेरिकी रक्षा अधिकारियों ने बताया कि प्यूर्टो रिको में सैन्य ठिकानों पर उन्नत एफ-35 लड़ाकू विमानों की तैनाती के अलावा कैरेबियन सागर में आठ युद्धपोतों पर लगभग 6,000 कर्मी तैनात हैं। यूरोप से इस क्षेत्र में आ रहा फोर्ड कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (Ford Carrier Strike Group) जून में लगभग 4,500 नाविकों को लेकर वर्जीनिया स्थित अपने गृह बंदरगाह से रवाना हुआ था। पेंटागन ने इस महीने एक वरिष्ठ मरीन कॉर्प्स अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल कैल्वर्ट वर्थ की कमान में एक नए संयुक्त कार्य बल को सक्रिय किया है।
ट्रंप प्रशासन के अनुसार, सितंबर की शुरुआत से अब तक 10 नाव हमलों में कम से कम 43 लोग मारे गए हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि इन अपराधियों पर जमीन पर भी हमला किया जाएगा। द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पेंटागन का ताजा फैसला रक्षा सचिव पीट हेगसेथ (Defense Secretary Pete Hegseth) के यह कहे जाने के बाद आया है कि सेना ने 10वीं नाव पर सवार छह लोगों को मार गिराया है। इस नाव से ड्रग्स ले जाई जा रही थी।
