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Varanasi : मोबाइल का सुचिंतित प्रयोग करें : युवा नीरज बाली

गुरु पूर्णिमा पर मेजर जनरल (रि) ने दिए विद्यार्थियों को जीवन और सफलता के गुरुमंत्र

वाराणसी : गुरु पूर्णिमा पर्व पर सोमवार को सेना मैडल से सम्मानित मेजर जनरल (रिटायर्ड) नीरज बाली ने बीएचयू महिला महाविद्यालय की छात्राओं को जीवन में सफलता का गुरुमंत्र दिया।

उन्होंने कहा कि जीवन में अनुशासन और जीतने की प्रबल इच्छा होनी बहुत जरुरी है। अगर हमें अपने अंदर की नेतृत्व क्षमता को विकसित करना है तो हमें अपने आचरण को उदाहरण बनाना पड़ेगा। मेजर जनरल विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय संबंध, सामरिक सुरक्षा, नेतृत्व कौशल के संवर्धन में सक्रिय संस्था ’काशी मंथन’ महिला महाविद्यालय के अंग्रेजी एवं अंतर्विषयक अध्ययन फोरम के पहल पर आयोजित गोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि सेना से जुड़ने वाले और सामान्य नागरिकों के बीच कोई फर्क नहीं होता। यह सेना की ट्रेनिंग है जो सेना के लोगों और सामान्य नागरिकों के बीच फर्क पैदा करती है। सेना अपनी कठिन ट्रेनिंग के जरिये सैन्य कर्मियों को मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों के लिए तैयार करती है। उन्होंने कहा कि हमें अपने संचार कौशल और अन्य कौशल को निरंतर परिमार्जित और उत्कृष्ट करना बहुत जरुरी है।

सेना से जुड़े अपने अनुभवों को साझा करते हुए विद्यार्थियों को सफल होने के गुरु मन्त्र भी दिए। उन्होंने कहा कि सफल आदमी और असफल आदमी में सिर्फ एक अंतर होता है। वह अंतर है ’प्रयास’। उन्होंने कहा कि सफल होने के लिए आपके पास प्लानिंग का होना भी बहुत जरुरी है। उन्होंने कहा कि आज कल के युवाओं को अपने मोबाइल के इस्तेमाल पर पुनर्विचार करने की जरुरत है। हम अपने जीवन का कीमती वक़्त इस यंत्र पर बर्बाद कर रहें हैं। हमें मोबाइल का सुचिंतित प्रयोग करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि जीवन में पढ़ने का जितना मौक़ा और वक़्त मिले, उतना पढ़िये, खूब पढ़िये। और जिस भी क्षेत्र में जाना है उसके सर्वोत्कृष्ट लोगों को सुनिए। गोष्ठी की अध्यक्षता महिला महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर रीता सिंह और स्वागत उद्बोधन डॉ अमर सिंह ने दिया। गोष्ठी में चीफ प्राक्टर प्रो. अभिमन्यु सिंह, प्रो.जेपी राय, डॉ धीरेन्द्र कुमार राय आदि भी मौजूद रहे।

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