ट्रांसफार्मर के लिए नई योजना का लॉलीपॉप
वाराणसी ( दांदूपुर) : (Varanasi) चांदमारी क्षेत्र में बसा दांदूपुर आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। दांदूपुर गांव में बसे काशीपुरम कॉलोनी को जिस ट्रांसफार्मर से बिजली सप्लाई होती है वह वर्षो पुरानी जर्जर और कम क्षमता वाली है। आये दिन जनता को बिजली के संबंध में शिकायत करना पड़ता है। कभी लो वोल्टेज की शिकायत होती है कभी क्षमता बढ़ाने की शिकायत होती है। वर्षो से यहां के सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत का सिलसिला चलता आ रहा है पर समाधान शून्य है। जिस ट्रांसफार्मर के कॉलोनी के मकानों को बिजली सप्लाई होती है उसकी क्षमता मात्र 100kv है और कॉलोनी में मकानों की संख्या भी 100 से ऊपर जा रही है और प्रत्येक मकान ने घर का लोड 3kv ले रखा है । प्रति माह कॉलोनी से लाखों का बिल बिजली विभाग को जाता है और सुविधा का कोई अता पता नही है lआज भी तार बांस बल्ली पर झूलते दिखाई पड़ रहे है। प्रतिदिन नए नए मकान बनते जा रहे है और इसी जर्जर ट्रांसफार्मर के सहारे बिजली की सप्लाई हो रही है। बिजली विभाग में लगातार शिकायत के बाद विभाग द्वारा निरीक्षण भी किया गया परंतु ट्रांसफार्मर को अगली आगामी योजना में डालकर छोड़ दिया गया है।यह सिलसिला वर्षो से चला आ रहा है।
ऊर्जा मंत्री के बोल की खुली पोल
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा अपने ट्विटर के माध्यम से जनता को बताते है कि सरकार ने उत्तर प्रदेश में कई बिजली के पोल के साथ साथ बिजली की अच्छी खासी व्यवस्था कर डाली है, पर अगर बात काशीपुरम कॉलोनी की आती है तो यहां के रहवासियों ने अपने पैसों से इस्टीमेट बनाकर लाइट के पोल और केबल प्राप्त किये है l। इसमें बिजली विभाग का कोई सहयोग नही है। जिससे यह स्पष्ट होता है कि ऊर्जा मंत्री की जुबानी और असली कहानी में जमीन आसमान का फर्क है।