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ULHASNAGAR : शिवसेना से गद्दार गए और ईमानदार रहे गए-सुषमा अंधारे

उल्हासनगर : शिवसैनिकों ने कड़ी मेहनत कर कई बार विधायक चुनकर लाया। इसके बावजूद शिवसेना का मान रखना, तो दूर शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की सोच के साथ विश्वासघात कर शिंदे गुट में शामिल हो गया। जो गए वे गद्दार थे और रहे वह ईमानदार हैं। उल्हासनगर में महा प्रबोधन यात्रा में संबोधित करते हुए सुषमा अंधारे ने बागियों की आलोचना की है। अंधारे ने ईडी के दुरुपयोग का उदाहरण देते हुए गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस के गृह विभाग पर निष्प्रभावी होने का आरोप का भी लगाया है। क्रांतिवीर लहूजी सालवे की जयंती के अवसर पर साहित्य सम्राट अन्नाभाऊ साठे स्मारक समिति की ओर से उल्हासनगर कैंप 5 दशहरा मैदान में महा प्रबोधन यात्रा का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर वरिष्ठ उपनेता बबन घोलप, अल्पसंख्यक नेता अल्ताफ शेख, कल्याण जिला प्रमुख चंद्रकांत बोडारे, कल्याण शहर प्रमुख बंडया सालवी, उल्हासनगर शहर प्रमुख राजेंद्र चौधरी, धनंजय बोडारे, विजय पोटे आदि के अलावा बड़ी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। बाल दिवस के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सुबह शिरोडकर विद्यालय में जाने वाले थे। परन्तु दोपहर 4 बजे तक विद्यालय नहीं पहुंचे। ट्वीट करने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पहुंचे। बच्चे 1 बजे घर जाने के लिए निकलने ही वाले थे।

मुख्यमंत्री के देरी होने के कारण बच्चों को स्कूल में रोका गया
मुख्यमंत्री के देरी होने के कारण बच्चों को स्कूल में रोका गया था। ऐसी व्यथा स्कूली बच्चों की है। वास्तव में लहूजी एक क्रांतिकारी गुरु है। अगर किसी महिला को बगल में होने की बात कहने पर जितेंद्र आव्हाड पर छेड़खानी का मामला दर्ज हो सकता है, तो अब्दुल सत्तार व गुलाबराव पाटिल के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है।ऐसा सवाल सुषमा अंधारे ने किया है। फिल्म हर हर महादेव को आवाज देते समय राज ठाकरे ने संहिता नहीं पढ़ा था। सुषमा अंधारे ने अंबरनाथ विधानसभा क्षेत्र के विधायक बालाजी किणीकर को बालू भाऊ बताया। आगे बतायी कि शिवसेना से तीन बार विधायक बना किणीकर मंत्री बनने के लिए गुवाहाटी गए थे, परन्तु उनके चेहरे का रंग उड़ गया। केंद्रीय व्यवस्था की आलोचना करते हुए संजय राउत की जमानत मामले में देरी को याद किया है।

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