
ठाणे : ठाणे रेलवे स्टेशन परिसर में फेरीवालों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है। प्रशासनिक संरक्षण के कारण फेरीवाले दादागिरी कर रहें है। ऐसे गंभीर आरोप लगाते हुए सांसद राजन विचारे ने मांग की है कि संबद्ध प्रशासन कार्रवाई करें। अन्यथा किसी भी समय जनता का गुस्सा भड़क सकता है। इस बाबत उन्होंने संबद्ध विभाग को लिखित तौर पर अवगत भी कराया है। सांसद राजन विचारे ने ठाणे मनपा, रेलवे प्रशासन, रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी पुलिस को पत्र लिखकर फेरीवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कार्रवाई न करने पर जन आंदोलन की चेतावनी भी दी है। उन्होंने मनपा और रेल प्रशासन के बीच समन्वय के लिए इस क्षेत्र में जिम्मेदार अधिकारी की नियुक्ति की भी मांग की। ताकि फेरीवालों की दादागिरी पर पैनी नजर रखी जा सके।
कहा गया है कि ठाणे रेलवे स्टेशन के रेलवे ब्रिज पर एक फेरीवाले ने कोपरी की रहने वाली एक 52 वर्षीय महिला के साथ छेड़छाड़ और मारपीट की। इस वजह से ठाणे रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगा है। ठाणे रेलवे स्टेशन और उसके आस-पास मनपा, रेलवे सुरक्षा बल, रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस के अधिकार क्षेत्र में हैं। सीमा विवाद की आड़ में इन फेरीवालों को प्रशासनिक संरक्षण मिलता है। इन बातों का जिक्र करते हुए सांसद विचारे ने मांग की है कि इन फेरीवालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाए। शुक्रवार को ठाणे के सांसद राजन विचारे ने रेल महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी, मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर, रेलवे सुरक्षा बल आयुक्त ऋषि शुक्ला और रेलवे पुलिस आयुक्त केसर खालिद को पत्र लिखकर फेरीवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने प्रशासन को सीमा विवाद से बाहर निकालकर एक्शन लेने का आग्रह किया है। इसके लिए उन्होंने एक विशेष अधिकारी की नियुक्ति की भी मांग की है। ताकि हॉकर मुक्त रेलवे स्टेशन बनने में मदद मिले। सांसद राजन विचारे ने चेतावनी दी है कि यदि कार्रवाई में लेटलतीफी की गई, तो उसके खिलाफ जन आंदोलन छेड़ा जाएगा।