
Thane: महाराष्ट्र का पहला सर्वोत्तम नेत्र चिकित्सा उपकरण ठाणे में हुआ उपलब्ध

Thane: आंखो की समस्या जानने के लिए स्क्रिनिंग उपकरणों की कमी के कारण भारत में आंखों की बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं जो चिंताजनक है। आंखो की सुरक्षा के लिए लोगों में जागरूकता की जरूरत है। इसे ध्यान में रखते हुए ठाणे के स्वराशी आई क्लिनिक ने मरीजों के लिए महाराष्ट्र का पहला अत्याधुनिक नेत्र परीक्षण वे चिकित्सा उपकरण उपलब्ध करवाया हैं।
वाराणसी नेत्रालय के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ राकेश शाह ने कहा कि इस समय लोगों में आंखों से जुडी मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, अपवर्तक त्रुटियां और धब्बेदार अपक्षयी रोग स्थायी अंधापन का कारण बन सकते हैं। समय पर मरीज के आंखो की समस्या का जल्दी निदान हुआ तो इलाज करना आसान होता हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए यह हमने दो अत्याधुनिक ऑप्थेल्मिक डिवाइस पेश किए। दोनों उपकरण बच्चों और वयस्कों में सभी नेत्र संबंधी स्थितियों का पता लगाने में मदद करेंगा। इस उपकरण वजन में भी हल्का है, संभालना आसान है और इसे न्यूनतम प्रशिक्षित तकनीशियनों द्वारा संचालित किया जा सकता है। डायबेटिस रेटिनोपॅथी, रेटिनोब्लास्टोमा जैसीआंखो की समस्याओं के लिए यह उपकरण काफी मददगार साबित हो रहा है। इन उपकरणों को निजी क्लीनिकों, अन्य अस्पतालों, मोबाइल स्क्रीनिंग शिविरों और समुदायों में आसानी से स्थापित किया जा सकता है। इसके माध्यम से नवीनतम तकनीक का उपयोग करके ऑंखो की समस्या का निदान किया जा सकता है। नेत्र सर्जन मरीज के रेटिना, कॉर्निया और आंख के अन्य भागों की समस्याओं का निदान करने में सक्षम होते हैं। यह तकनीक मरीज के लिए अधिक सटीक निदान और उपचार के लिए फायदेमंद है। आगे डॉ. राकेश शाह ने कहा, “हम स्कूल में बच्चों की आंखों की जांच करते हैं, लेकिन ऑंखो की समस्या वाले बच्चों का इलाज नही किया जाता हैं। इसलिए सरकार से अनुरोध करता हूं कि समय से पहले जन्मे हुए और २ साल से कम उम्र के सभी बच्चों के लिए आंखो की जांच अनिवार्य की जानी चाहिए।