
पौष्टिकअनाजों को जनता तक आसानी से उपलब्ध हो : अशोक शिंगारे
ठाणे : बदलती जीवन शैली में अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए पौष्टिक अनाजों का महत्व अद्वितीय है। कृषि विभाग को ठाणे जिले में ज्वारी, बजरी, नचनी , वारी जैसे पोषक अनाजों की खेती के क्षेत्र को बढ़ाने के लिए सावधानीपूर्वक योजना बनानी चाहिए। कलेक्टर अशोक शिंगारे ने सोमवार को यहां निर्देश दिये कि इन पौष्टिक अनाजों और इसके प्रसंस्कृत उत्पादों को जनता को आसानी से उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएं।
शिंगारे की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति का गठन
संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय पौष्टिक अनाज वर्ष घोषित किया है। इस वर्ष खाद्यान्न के उत्पादन एवं उपयोग को बढ़ाने के लिए कलेक्टर अशोक शिंगारे की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया है। इस कमेटी की बैठक आज कलेक्टर कार्यालय में हुई. इस अवसर पर आगामी वर्ष के लिए क्रियान्वित की जाने वाली गतिविधियों पर चर्चा की गई। इस अवसर पर जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी दीपक कुटे , जिला ग्रामीण विकास प्रणाली की परियोजना निदेशक छायादेवी शिसोडे, एमएवीआईएम की जिला सहायक आयुक्त अस्मिता मोहिते , जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक अजय पाटिल , उप शिक्षा अधिकारी सी. बी। परड़के , अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. इस अवसर पर आनंद गोसावी आदि उपस्थित थे।
खरीद और बिक्री केंद्र की स्थापना को किया जाएगा लागू
वर्ष 2023 में अंतरराष्ट्रीय पौष्टिक अनाज वर्ष के अवसर पर जिले में हर माह विभिन्न गतिविधियां संचालित की जाएंगी। इनमें अनाज की खेती और प्रसंस्करण, खाना पकाने की प्रतियोगिता और चावल और रागी व्यंजन पर प्रशिक्षण , भोजन में अनाज के उपयोग पर रोड प्ले, इसका महत्व, रैलियां, निबंध/वाक्पटु प्रतियोगिताएं, बाजरा मेले , प्रसंस्करण शुरू करने में रुचि रखने वालों के लिए प्रशिक्षण शामिल हैं। इस वर्ष के दौरान उद्योग , अनाज के उत्पादन में वृद्धि के लिए विभिन्न गतिविधियाँ, किसानों की बैठकें , विभिन्न गतिविधियाँ जैसे फसल प्रदर्शन, कृषि विद्यालय, खरीदारों और विक्रेताओं की बैठक, खरीद और बिक्री केंद्र की स्थापना को लागू किया जाएगा।