
Thane : ठाणे में आग ही आग : दो हफ्ते में आग की 15 घटनाएं

- महापे रोड शिलफाटा एम.जे. कंपाउंड में भंगार के 17 ढेरों में लगी आग
- पांच घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका
समर प्रताप सिंह
ठाणे। पिछले दो सप्ताह में ठाणे में छोटी-बड़ी आग की 15 घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें स्टोव का फटना, केबल में आग, जैसी घटनाएं हुई हैं। इसी क्रम में एक घटना शनिवार तड़के करीब 4 बजे शिलफाटा स्थित महापे रोड एम.जे. परिसर क्षेत्र की है, जिसमें 17 कबाड़ धातु की दुकानों में आग लग गई। 5 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। दमकल विभाग ने कहा कि कोई हताहत नहीं हुआ और कोई बड़ा वित्तीय नुकसान नहीं हुआ।
शिलफाटा, महापे रोड (Mahape Road) पर एम.जे. परिसर क्षेत्र में मोहम्मद जावेद हकीमुल्ला चौधरी के स्वामित्व वाले क्षेत्र में पत्रों के 17 गाले हैं। कालीनों को स्क्रैप डीलरों को बेचा जाता था और सभी स्क्रैप धातु में काम कर रहे थे। इस कबाड़ की दुकान से प्लास्टिक स्क्रैप का बड़ा स्टॉक था। सुबह तड़के एक कबाड़ की दुकान में आग लगने की सूचना मिलने पर शील डायघर पुलिस (Shil Diaghar Police) अधिकारी व कर्मचारी, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के कर्मचारी 1-जेसीबी मशीन सहित 2-फायर वाहन, 2-बचाव वाहन, 2-पानी के टैंकर, 1-जंबो वॉटर टैंकर सहित नवी मुंबई के कोपरखैरने अग्निशमन दल के 1-फायर वाहन और 1-जंबो वॉटर टैंकर वाहन शामिल है।
पांच घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू… कूलिंग का काम शुरू
प्लास्टिक भंगार के 17 गोल्डमैन में अचानक आग लगने के बाद पहुंचे अग्निशामकों और आपदा प्रबंधन (disaster management) कर्मियों के पांच घंटे के प्रयास के बाद आग पर काबू पाया गया। घटनास्थल पर अभी भी कूलिंग का काम चल रहा है। दमकल विभाग ने कहा कि इस घटना में किसी की मौत नहीं हुई और न ही कोई घायल हुआ।
शील फाटा क्षेत्र में बड़ी संख्या में गोदाम हैं। कुछ गोदामों में लोहे के गोदाम, प्लास्टिक के गोदाम की वजह से अक्सर भीषण आग लग जाती है। हालांकि आग कैसे लगी इस पर सवालिया निशान लग गया है।