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THANE : शिंदे और ठाकरे समर्थकों के बीच झड़प मामला

उद्धव ठाकरे गुट ने पुलिस आयुक्त को दिया ज्ञापन

ठाणे : राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कोपरी पांचपाखाड़ी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत किशन नगर में शिंदे और ठाकरे गुट के समर्थकों के बीच झड़प हुई थी। यह घटना 4 दिन पहले की है। उद्धव ठाकरे गुट का आरोप है कि उनके समर्थकों को फर्जी मामले में फंसाया जा रहा है, जबकि असली गुनहगारों तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच रहे हैं। उद्धव ठाकरे गुट द्वारा मांग की गई है कि असली गुनहगारों को स्थानीय पुलिस जल्द से जल्द गिरफ्तार करें। इस मामले को लेकर उद्धव ठाकरे गुट के वरिष्ठ पदाधिकारी और सांसद ने ठाणे पुलिस आयुक्त जगजीत सिंह से मिलकर ज्ञापन भी दिया। उद्धव बालासाहेब ठाकरे शिवसेना पक्ष सांसद राजन विचारे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस आयुक्त जयजीत सिंह से मुलाकात की।उन्हें पिछले दिनों किसन नगर परिसर में हुई। घटना को लेकर एक ज्ञापन दिया। ठाकरे समर्थकों का आरोप है कि पुलिस ने उक्त घटना में उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया है। इस दौरान विचारे के साथ, पूर्व विधायक सुभाष भोईर, जिला संपर्क प्रमुख मधुकर देशमुख, जिला प्रमुख केदार दिघे, चिंतामणी कारखानीस, प्रदीप शिंदे, राजन राजे, किरण जाधव इत्यादि पदाधिकारी मौजूद थे। विदित हो कि 14 नवंबर की रात मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र स्थित किसननगर में ठाकरे और शिंदे समर्थकों में जमकर हंगामा और मारपीट हुई थी।

ठाकरे समर्थकों ने की सामाजिक शांति में विघ्न डालने का मामला दर्ज करने की मांग
श्रीनगर पुलिस स्टेशन परिसर में दोनों गुटों के आमने सामने होने पर तनाव बन गया था। परिणामस्वरूप स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ आईपीसी 323,504,143,147,149,37 के तहत मामला दर्ज किया था। शिंदे गुट के प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने ठाकरे गुट पर बाहर से गुंडों को लाकर दहशत फैलाने का आरोप लगाया था। सीपी जयजीत सिंह से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की थी। अब शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट ने पुलिस आयुक्त को पत्र देकर दावा किया है कि उनके लोगों के खिलाफ दबाव के चलते झूठा मामला दर्ज कर उक्त संगीन धाराएं लगाई गई है। जबकि शिंदे गुट के नरेश म्हस्के ने कोपरी सहित शहर के अन्य जगहों से करीब 1500 गुंडे बुलाए थे। जो श्रीनगर थाने के बाहर जमा हो गए और थाने का घेराव कर लिया था।उस समय सांसद राजन विचारे स्वयं वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक के कार्यालय में चुपचाप बैठे थे और उनके सामने शिंदे समर्थकों द्वारा हिंसक गतिविधियां की जा रही थी।ठाकरे गुट ने पूर्व महापौर नरेश म्हस्के, राम रेपाले, योगेश जानकर, राहुल लोंढे, विकास रेपाले, सिद्धू अभंगे, दत्ता फासले पर दंगा भड़काने और भीड़ को हमला करने के लिए उकसाने, सामाजिक शांति में विघ्न डालने के तहत मामला दर्ज कर सभी को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग ठाकरे समर्थकों ने की है।

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