
Sixth phase: अंबेडकर नगर में सर्वाधिक मतदान, गोरखपुर और संत कबीर नगर में बढ़ा मत प्रतिशत

इंडिया ग्राउंड रिपोर्ट डेस्क
Lucknow. विधानसभा चुनाव के छठवें चरण का मतदान समाप्त हो गया है। दस जनपदों की 57 सीटों पर 55.7 प्रतिशत मतदाताओं ने वोटिंग की है। विधानसभा की 57 सीटों पर हुए मतदान में अंबेडकरनगर 62.22 प्रतिशत मतदान के साथ सबसे आगे रहा। जबकि बलरामपुर में सबसे कम 49.64 फीसद लोगों ने वोट डाले है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो गोरखपुर और संतकबीरनगर को छोडक़र शेष सभी आठों जनपदों में इस बार वोटिंग प्रतिशत कम ही रहा।
वर्ष 2022 के चुनाव में सर्वाधिक वोटिंग प्रतिशत वाले जनपद अंबेडकर नगर में 2017 के चुनाव में 64.05 प्रतिशत वोट पड़ेथे, जबकि इस बार (2022 में) 62.22 प्रतिशत मतदाता पोलिंग सेंटरों तक पहुंचे। इसी तरह बलरामपुर में वर्ष 2017 में 50.91 प्रतिशत और इस बार 49.64 मतदाताओं ने वोट डाले। सिद्धार्थनगर में वर्ष 2017 में 52.26 फीसद और 2022 के चुनाव में 50.38 प्रतिशत, बस्ती में वर्ष 2017 के चुनाव में 57.46 और 2022 के चुनाव में 56.81 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने अधिकार का प्रयोग किया।

महराजगंज जनपद की बात करें तोयहां पर वर्ष 2017 में 62.21 प्रतिशत पोलिंग हुई थी, जबकि 2022 के चुनाव में 59.63 फीसद मतदाता पोलिंग सेंटरों तक पहुंचे। इसी तरह कुशीनगर में 2017 के चुनाव में 58.16 फीसद और 2022 केचुनाव में 57.28 प्रतिशत, देवरिया में 2017 के चुनाव में 56.82 और 2022 के चुनाव में 55.10 प्रतिशत और बलिया में 2017 के चुनाव में 54.39 और 2022 के चुनाव में 53.93 प्रतिशत वोट पड़े।
उक्त आठ जनपदों से इतर गोरखपुर और संतकबीर नगर ने पिछली बार की अपेक्षा बेहतर प्रदर्शन किया। गोरखपुर में वर्ष 2017 में जहां 55.44 प्रतिशत वोटिंग हुई थी,वहीं इस बार 56.23 मतदाता वोट डालने के लिए घरों से निकले। संतकबीर नगर में भी वर्ष 2017 की अपेक्षा इस बार मत प्रतिशत बढ़ा है। वर्ष 2017 के चुनाव में यहां 53.01 प्रतिशत मत डाले गए थे, जबकि 2022 के चुनाव 54.39 मतदाताओं ने उंगली पर अमिट स्याही लगवाई।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठवें चरण में 10 जिलों की 57 सीटों के लिए गुरुवार को 55.70 प्रतिशत वोट पड़े। जबकि वर्ष 2017 के चुनाव में इन 57 सीटों पर कुल 56.52 प्रतिशत वोट पड़े थे। छिटपुट शिकायतों को छोडक़र मतदान शांति पूर्ण रहा। इसके साथ ही 66 महिला सहित 676 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है। इसका फैसला दस मार्च को होने वाली मतगणना के दिन होगा।

1,10,281 कर्मियों ने संपन्न करवाया मतदान
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि छठवें चरण में 13,936 मतदान केंद्र और 25,326 पोलिंग बूथ बनाए गए थे। इसमें 1113 आदर्श मतदान केंद्र और 76 पिंक बूथ थे। पिंक बूथ पर सिर्फ महिला कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम थे। इसके लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 851 कंपनियों को तैनात किया गया थाा। इसके अलावा निर्वाचन आयोग की तरफ से एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, एक वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक, दो वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक, 56 सामान्य प्रेक्षक (सभी जनपदों में), 10 पुलिस प्रेक्षक और 18 व्यय प्रेक्षक लगाए गए हैं। छठवें चरण के मतदान को संपन्न करवाने के लिए 1,10,281 कर्मियों को लगाया गया था।
छठवें चरण में इन सीटों पर डाले गए वोट
कटेहरी, टांडा, आलापुर, जलालपुर, अकबरपुर, तुलसीपुर, गैंसड़ी, उतरौला, बलरामपुर, शोहरतगढ़, कपिलवस्तु, बांसी, इटवा, डुमरियागंज, हर्रैया, कप्तानगंज, रुधौली, बस्ती सदर, महादेवा, मेंहदावल, खलीलाबाद, धनघटा, फरेंदा, नौतनवा, सिसवा, महराजगंज, पनियरा, कैम्पियरगंज, पिपराइच, गोरखपुर शहर, गोरखपुर ग्रामीण, सहजनवा, खजनी, चौरी-चौरा, बांसगांव, चिल्लूपार, खड्डा, पडरौना, तमकुही राज, फाजिलनगर, कुशीनगर, हाटा, रामकोला, रुद्रपुर, देवरिया, पथरदेवा, रामपुर कारखाना, भाटपार रानी, सलेमपुर, बरहज, बेल्थरा रोड, रसड़ा, सिकंदरपुर, फेफना, बलिया नगर, बांसडीह व बैरिया।