शिमला:(Shimla) भंग किये गए हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में लीक हुए पेपरों की परतें लगातार खुल रही हैं। भर्तियों में धांधलियों की जांच कर रही एसआईटी ने खुलासा किया है कि 20 माह पहले यानी दिसम्बर 2021 में हुआ जेओए आईटी पोस्ट कोड 903 की भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र भी लीक हुआ था। एसआईटी ने इस संबंध में विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो के हमीरपुर थाने में पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पहले से आरोपित एचएएस अधिकारी पूर्व सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर, पूर्व सचिव का चालक जयचंद, जयचंद की बहन, गोपनीय शाखा से निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद और उमा की भांजी को एफआईआर में नामजद किया गया है। पेपर लीक मामले में यह 13वीं एफआईआर है। इसमें आईपीसी की धाराएं 409, 420, 120बी लगाई गई हैं। शनिवार को विजिलेंस के एक प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि की है।
बता दें कि कर्मचारी चयन आयोग ने जेओए आईटी के पोस्ट कोड 903 के 82 पदों के लिए 8 अप्रैल 2021 को आवेदन आमंत्रित किए। करीब 46,581 आवेदन प्राप्त हुए। 19 दिसंबर 2021 को 20,833 अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा दी। पास घोषित 842 अभ्यर्थियों का 5 से 7 मई 2022 तक टाइपिंग टेस्ट हुआ। लिखित परीक्षा और टाइपिंग टेस्ट में उत्तीर्ण 272 अभ्यर्थियों के लिए मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन किया गया।
कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर पेपर लीक मामले में 22 शिकायतों में से 13 की जांच पूरी होने के बाद एफआईआर दर्ज हो चुकी है। तीन दिन पहले एसआईटी ने वेलफेयर ऑफिसर एवं सहायक अधीक्षक जेल भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में एफआईआर दर्ज की थी।
आयोग में पेपर लीक होने का पहला मामला 23 दिसंबर 2022 को दर्ज हुआ था। दरअसल प्रदेश में जूनियर असिस्टेंट ऑफिसर-आईटी की परीक्षा 25 दिसंबर 2022 को आयोजित होनी थी, लेकिन दो दिन पहले 23 दिसंबर को प्रश्न पत्र लीक हो गया था। जांच में सामने आया था कि हमीरपुर में चयन बोर्ड में तैनात महिला कर्मचारी ने यह पर्चा लीक कर दिया था। महिला के घर पर विजिलेंस की टीम ने रेड डाली थी, इसमें उसके घर से पेपर मिला था।
राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पेपर लीक मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया। कर्मचारी चयन आयोग की कार्यप्रणाली को निलंबित कर दिया गया और बाद में आयोग को भंग कर दिया गया। चयन आयोग का सारा कार्य प्रदेश लोक सेवा आयोग देख रहा है।