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Prayagraj : सीएम योगी में दिखती है प्रदेश को उन्नति के पथ पर ले जाने की प्रतिबद्धता : स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती

ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य ने महाकुम्भ के साथ ही प्रदेश के विकास में किए जा रहे प्रयासों पर योगी को दिया धन्यवाद
प्रयागराज :
महाकुम्भ के आयोजन और इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही व्यवस्था पर ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की है। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ के लिए प्रयागराज में जो विकास कार्य किए जा रहे हैं, उसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धन्यवाद के पात्र हैं। उन्होंने पूर्ण लगन से इस कुम्भ पर्व की व्यवस्था की है। सिर्फ कुम्भ ही नहीं, प्रदेश को उन्नति के पथ पर अग्रसर करने की प्रतिबद्धता उनके क्रियाकलापों में दिखती है। सभी संत और प्रदेशवासी उन्हें धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने प्रदेश को आगे बढ़ाने का प्रयास किया। यही नहीं, उन्होंने प्रदेश और देश में सांस्कृतिक पुनर्जागरण और सनातन धर्म के प्रति लोगों को एकजुट करने के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के प्रयासों की प्रशंसा की।

कुम्भ के लिए की जा रही अभूतपूर्व व्यवस्था उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जनवरी से शुरू हो रहे सनातन संस्कृति के सबसे बड़े समागम को भव्य और दिव्य बनाने के लिए वृहद स्तर पर प्रयास कर रही है। इसके लिए 6 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि खर्च की गई है। संगम जाने वाले रास्तों का चौड़ीकरण हो या सौंदर्यीकरण, विकास परियोजनाओं से प्रयागराज का कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं है। वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि प्रयागराज में भव्य और दिव्य कुम्भ पर्व होने जा रहा है। जो विकास के कार्य प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी के मार्गदर्शन में किए जा रहे हैं, वह अभूतपूर्व हैं। क्षेत्र का विस्तार भी खूब हो रहा है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी का साधुवाद है। हम उनके प्रति भी मंगलकामना करते हैं।

सांस्कृतिक पुनर्जागरण का श्रेय प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण, काशी में विश्वनाथ कॉरिडोर, विंध्य कॉरिडोर समेत उप्र और देश में धार्मिक स्थलों के विकास के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में देश सांस्कृतिक पुनर्जागरण की ओर बढ़ रहा है। मोदी और योगी हिन्दू संस्कृति और संस्कार के प्रति निष्ठावान हैं। उनका प्रयास है कि हिन्दू संस्कृति की जागृति हो, सभी वैदिक सनातन धर्म के अंतर्गत अपने समाज, अपने राष्ट्र, अपने धर्म, अपने धर्म क्षेत्र की उन्नति में प्रयत्नशील हों। इसके दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे। आज सनातन धर्मावलम्बी जाग्रत हुए हैं और अपनी संस्कृति को लेकर उनमें जागरूकता आई है। इसके लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को श्रेय दिया जाना चाहिए।

समाज को बांटने वालों से अलग रहना चाहिए सम्भल के विषय पर उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे कि सभी दबे, छिपे मंदिरों का पुनरोद्धार हो और सभी चीजें समाज के सामने आएं और उसका लाभ समाज को मिले। सुप्रीम कोर्ट में प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट पर उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का जो भी निर्णय होगा, सभी को मानना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी और प्रधानमंत्री मोदी के ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे, नारे पर उन्होंने कहा कि सबको एकजुट होना चाहिए। सभी भारतीय हैं, भारतीय संस्कृति से सम्बद्ध हैं। सबको मिलकर एक साथ रहना चाहिए। समाज को बांटने वाले लोगों से हमें अलग रहना चाहिए। महाकुम्भ पर उन्होंने कहा कि पूरे देश और दुनिया के लोग यहां पर आएंगे। सभी को संगम स्नान का पुण्य मिलेगा और उनकी मनोकामना पूर्ण होगी।

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