
मनीष सिंह बिसेन
प्रतापगढ़ : गुरुवार को दोपहर हुई जोरदार बरसात से पूरा शहर पानी-पानी हो गया। शहर की सभी प्रमुख सड़कों, दुकानों और निचले मकानों में पानी भर गया। एसपी दफ्तर समेत विभिन्न सरकारी दफ्तरों में भी पानी भर गया। कचहरी परिसर में पानीभर जाने से अधिवक्ताओं, वादकारियों को घुटनेभर पानी से होकर आना-जाना पड़ा। यह स्थिति तब है, जब जनपद में इस वर्ष कायदे से बरसात नहीं हुई है। यदि ठीकठाक बरसात हो गई होती तो लोगों की मुसीबत का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
शहर के विकास और साफ-सफाई का दावा करने वाली नगर पालिका प्रशासन का दावा आज की बरसात सबके सामने आ गया। बरसात के शुरू होने के पहले ही नाली-नालों की सफाई पर रुपया खर्च होने लगता है और यह कार्य बरसात के खत्म होने तक जारी रहता है। किसी भी मोहल्ले में प्रापर न तो जलनिकासी का इंतजाम है और न ही साफ-सफाई की व्यवस्था। जिसकी वजह से मामूली बरसात में ही चौतरफा पानी हीपानी नजर आता है।
नाली और नालों की सफाई का प्रोग्राम भी बरसात के शुरू होने से लेकर बरसात के खत्म होने तक ही चलता है। इसके बाद फिर से सफाई करवाने वाले जिम्मेदार लोग चुप्पी साध लेते हैं। आज की बरसात ने नगर पालिका प्रशासन की कलई पूरी तरह से खोलकर रख दी है। प्रमुख सड़कों पर जलभराव होने से लोगों को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कचहरी में भी लोग घुटनेभर पानी से होकर गुजरे।