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NEW DELHI : प्रतीक कई शब्दों का पर्यायवाची है: डॉ. भारती पवार

नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार ने खाद्य वर्गीकरण के प्रतीकों पर आधारित पुस्तक “सिंबल्स फॉर फूड क्लासिफिकेशन” की प्रथम प्रति भेंट की जिसे प्रख्यात होटल उद्यमी और इंडियाप्रेस के पत्रकार जगदीश पुरोहित ने लिखा है। दरअसल, इन वर्गीकरणों को होटल, रेस्तरां जैसे सार्वजनिक स्थानों पर परोसे जाने वाले विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों को इंगित करने वाले प्रतीकों को चित्रित किया गया है। प्रतीकों में जैन, अंडा के अलावा शाकाहारी, सात्विक, वेगन, समुद्री भोजन, मुर्गी पालन, मटन, सूअर का मांस, गाय, गोमांस, शराब, कीड़े और सरीसृप (शाकाहारी और मांसाहारी) शामिल हैं।
पुरोहित ने महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर की उपस्थिति में नई जारी पुस्तक की पहली प्रति डॉ. भारती पवार को भेंट की। डॉ. पवार ने कहा कि पुस्तक दिलचस्प है, क्योंकि यह लोगों को विभिन्न सामग्रियों के साथ भोजन के प्रकार को आसानी से समझ में आता है जो जनता को परोसा जा रहा है और यह भी नोट किया कि प्रतीक का नाम अंग्रेजी और स्थानीय भाषा में उल्लेख किया जाएगा। डॉ. पवार ने कहा कि भारत जैविक भारत और संपूर्ण पोषण जैसे कई प्रतीक प्रदान करता है जिन्हें उपयुक्त प्रतीकों के माध्यम से दर्शाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह देश भर में इसे लागू करने के लिए एफएसएसएआई के समक्ष इस मुद्दे को उठाएंगी। नरवेकर ने कहा कि यह एक अनूठा प्रयास है और निश्चित रूप से उपभोक्ता को उत्पाद में शामिल चीजों को जानने में मदद मिलेगी। उन्होंने इस बात की भी सराहना की कि सभी प्रतीकों को अलग-अलग आकार दिया गया है ताकि दृष्टिबाधित व्यक्ति भी उनका अनुमान लगा सकें।लेखक पुरोहित ने कहा है कि यह पुस्तक एफएसएसएआई को सार्वजनिक स्थानों पर परोसे जाने वाले भोजन को वर्गीकृत करने में मदद करेगी। पुरोहित के सलाहकारों में डॉ. पशुपति वेंकटरमण, अधिवक्ता श्रीकांत टी. फड़के, विजेंद्र भाटिया और कैप्टन संग्रामसिंह पुरोहित शामिल थे।

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