नई दिल्ली : (New Delhi) शेयर बाजार में आई कमजोरी के बावजूद मुद्रा बाजार में गुरुवार को रुपये ने मजबूती दर्ज की। डॉलर के मुकाबले रुपया आज दिन भर के कारोबार के बाद 21 पैसे की मजबूती के साथ 87.00 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ। इसके पहले पिछले कारोबारी दिन बुधवार को भारतीय मुद्रा 87.21 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुई थी।
भारतीय मुद्रा ने आज सुबह डॉलर के मुकाबले 8 पैसे की मजबूती के साथ 87.13 रुपये के स्तर से कारोबार की शुरुआत की थी। दिन के कारोबार के दौरान डॉलर की मांग बढ़ने पर रुपया कमजोर होकर 87.14 के स्तर तक पहुंचा। लेकिन बाद में इसने शानदार रिकवरी करके 28 पैसे की मजबूती के साथ 86.93 रुपये प्रति डॉलर तक के स्तर तक पहुंचने में सफलता हासिल की। हालांकि कारोबार के आखिरी वक्त भारतीय मुद्रा सर्वोच्च स्तर से 7 पैसे गिर कर 87.00 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुई।
मुद्रा बाजार के जानकारों का कहना है कि भारतीय मुद्रा पॉजिटिव मैक्रो इकोनॉमिक आंकड़ों और अमेरिकी बाजार की अनिश्चितता के कारण संभलता हुआ नजर आ रहा है। इस संबंध में कैपेक्स गोल्ड एंड इन्वेस्टमेंट्स के सीईओ राजीव दत्ता (Rajiv Dutta) का कहना है कि कच्चे तेल की कीमत में नरमी का रुख बनने की वजह से रुपये की कीमत में आज सुधार का रुख बना है। इसके साथ ही निर्यातकों द्वारा मुद्रा बाजार में डॉलर का प्रवाह बढ़ा दिए जाने की वजह से भी रुपये को सपोर्ट मिला है।
राजीव दत्ता (Rajiv Dutta) के मुताबिक रुपये की कीमत में आज और तेजी आ सकती थी, लेकिन विदेशी निवेशकों द्वारा बिकवाली का दबाव बनाए जाने की वजह से रुपये की बढ़त पर ब्रेक लग गया। माना जा रहा है कि घरेलू शेयर बाजार में अगर विदेशी निवेशकों की बिकवाली के ट्रेंड पर रोक नहीं लगी, तो इसका असर मुद्रा बाजार में रुपये की कीमत पर नकारात्मक रूप से पड़ सकता है।