नई दिल्ली : (New Delhi) एचडीएफसी बैंक की सहायक कंपनी एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज (HDFC Bank’s subsidiary HDB Financial Services) के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में जबरदस्त एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को खुश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 740 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई और एनएसई पर इसकी एंट्री 12.84 प्रतिशत लिस्टिंग गेन के साथ 835 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद खरीदारी के सपोर्ट से ये शेयर कुछ देर में ही उछल कर 849.85 रुपये के स्तर तक पहुंच गए, वहीं बिकवाली का दबाव बनने पर इसने 827.15 रुपये के स्तर तक गोता भी लगाया। बाजार में लगातार जारी खरीद बिक्री के बीच सुबह 11 बजे तक का कारोबार होने के बाद ये शेयर 836.70 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहा था। इस तरह अभी तक कारोबार में कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 13.06 प्रतिशत का फायदा हो चुका है।
एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज (HDB Financial Services) का 12,500 करोड़ रुपये का आईपीओ 24 से 27 जून के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 17.65 गुना सब्सक्राइब हो गया था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (qualified institutional buyers) (QIBs) के लिए रिजर्व पोर्शन 58.64 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (non-institutional investors) (NIIs) के लिए रिजर्व पोर्शन में 10.55 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 1.51 गुना और कर्मचारियों के लिए रिजर्व पोर्शन 6.03 गुना सब्सक्राइब हुए थे। इस आईपीओ के तहत 2,500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए हैं। इसके अलावा 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 13,51,35,135 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिए बेचे गए हैं। नए शेयर की बिक्री के जरिए जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी टियर-1 कैपिटल बेस बढ़ाने में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत मामूली उतार चढ़ाव के बावजूद मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 1,959.35 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 2,460.84 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। हालांकि 2024-25 में कंपनी का मुनाफा हल्की गिरावट के साथ 2,175.92 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट 23 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (compound annual growth rate) से बढ़ कर 9,512.37 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।