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New Delhi : केजरीवाल को मुख्यमंत्री उम्मीदवार का चेहरा बनाने पर कांग्रेस ने उठाया सवाल

नई दिल्ली : (New Delhi) प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव (State Congress President Devendra Yadav) ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल (Aam Aadmi Party convenor Arvind Kejriwal) के मुख्यमंत्री उम्मीदवार का चेहरा होने पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल शर्तों के साथ जमानत पर जेल से बाहर आए हैं। वह मुख्यमंत्री दफ्तर नहीं जा सकेंगे और न ही फाइलों पर दस्तखत कर सकेंगे। ऐसे में केजरीवाल मुख्यमंत्री उम्मीदवार का चेहरा कैसे हो सकते हैं ?

देवेंद्र यादव ने सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस मौके पर पूर्व सांसद व नई दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित, पूर्व मंत्री हारुन यूसुफ, पूर्व सांसद उदित राज सहित अन्य नेता भी मौजूद रहे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के समय पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने दिल्ली को एक वर्ल्ड क्लास शहर बनाया था। पिछले 10 साल में वो स्वर्णिम काल खत्म हो चुका है, इसलिए आज हमें कांग्रेस वाली दिल्ली वापस लाने की जरूरत है।

उन्होंने बताया कि शीला दीक्षित की सरकार ने दिल्लीवालों को सौ यूनिट बिजली फ्री, बुजुर्गों को पेंशन, सामाजिक सुरक्षा और बच्चों के लिए स्कॉलरशिप की व्यवस्था की थी। उन्होंने विश्वास जताया कि कांग्रेस दिल्ली में एक मजबूत सरकार बनाने जा रही है। संदीप दीक्षित ने कहा कि चुनाव में क्रांति तब आती है, जब मतदाता खुद कार्यकर्ता बन जाता है। इस चुनाव में हम देख रहे हैं कि कांग्रेस के लोग हों या न हों- मतदाता खुद ही ‘कांग्रेस वाली दिल्ली’ की बात कर रहे हैं। हम जहां भी जाते हैं, मतदाता कहते हैं- केजरीवाल को हटाइए।

हमें पूरा विश्वास है कि कांग्रेस को दिल्ली की जनता का प्यार और आशीर्वाद मिलने जा रहा है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल अपने शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल की बात करते हैं, लेकिन जब हमने सवाल पूछे तो आज तक जवाब नहीं दिया। जब हमने केजरीवाल से पूछा कि आपके शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल का मापदंड क्या है- तो उसका भी जवाब नहीं आया। कांग्रेस की सरकार में प्रोजेक्ट रूपांतर के तहत हमने स्कूलों में जो कमरे बनाए, वो आआपा सरकार से ज्यादा अच्छे थे। आआपा सरकार ने तीन गुना ज्यादा पैसा तो खर्च किया लेकिन कमरे हमारी सरकार से अच्छे नहीं बना पाए। कांग्रेस सरकार ने 150 स्कूल बनाए तो केजरीवाल ने सिर्फ 11 स्कूल बनाए। कांग्रेस की सरकार ने 19 अस्पताल बनवाए लेकिन केजरीवाल एक भी नहीं बना पाए।

उन्होंने कहा कि केजरीवाल मोहल्ला क्लीनिक की बात करते हैं, लेकिन जो क्लीनिक टीकाकरण के लायक नहीं बन पाए।

हारुन यूसुफ ने कहा कि कांग्रेस ने आआपा और भाजपा को जमीनी मुद्दों को उठाने के लिए मजबूर किया। उन्होंने कहा कि आआपा सरकार में एक भी राशन कार्ड नहीं बनाया गया। आआपा सरकार की घर-घर राशन देने की योजना का आठ से साल कुछ पता नहीं है। लोग आज भी शीला सरकार की संवेदनाओं को याद कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने ढेरों नारों और फ्री की योजनाओं की घोषणा करके भ्रष्टाचार की सरकार चलाईं।

उदित राज ने कहा कि वह केजरीवाल के घर पर आंबेडकर की मूर्ति लेकर गए थे लेकिन उन्होंने मूर्ति लेने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ में महू, रविदास स्थली, गया, दीक्षाभूमि जैसे बहुजनों के धाम शामिल नहीं हैं। केजरीवाल, बाबा साहेब का चित्र लगाते हैं लेकिन जब इनके मंत्री ने बाबा साहेब की 22 प्रतिज्ञाएं पढ़ी थीं, तो इन्होंने मंत्री को बर्खास्त कर दिया। उन्होंने केजरीवाल पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया है।

कांग्रेस नेताओं ने यमुना की सफाई, वायु प्रदूषण और महंगाई को कम करने समेत दिल्लीवालों की समस्याओं को दूर करने की प्रतिज्ञा ली।

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