
Navi Mumbai : नवी मुंबई के मुस्लिम समुदाय ने शहर की मस्जिदों में लगाया ध्वनि नियंत्रक

ज्योति दुबे
नवी मुंबई। नवी मुंबई के मुस्लिम समुदाय (Muslim community) द्वारा शहर की सभी मस्जिदों में ध्वनि नियंत्रक लगाने की पहल की है। यह ध्वनि नियंत्रक अज़ान के दौरान लाउडस्पीकरों से निकलने वाली ध्वनि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित डेसिबल मानदंडों के भीतर होगी।
मुस्लिम समुदाय के सदस्यों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में वाशी सेक्टर 9 में नूर मस्जिद में इसकी शुरूआत की गई है। मस्जिद में अज़ान के साथ यूनिट का परीक्षण किया गया और डेसिबल स्तर को मापा गया। एपीएमसी क्षेत्र (APMC area) में मस्जिद समिति के प्रमुख अशरफ नियाज़ी ने बताया कि हमारी मस्जिदों में स्थापित इकाइयों के साथ, कोई भी, किसी भी समय, उनकी और उनके कामकाज की जांच कर सकता है। इससे पुलिस को भी मदद मिलेगी। अगर उन्हें किसी से कोई शिकायत मिलती है।
मुस्लिम समुदाय को 50 ध्वनि नियंत्रण मिलीं, जिन्हें वह शहर के अलग अलग मस्जिदों में वितरित करेंगे, जबकि 100 और जोड़े जाएंगे। ध्वनि नियंत्रण मस्जिदों में वितरित करने से पहले वाशी में नूर मस्जिद (Noor Masjid) में स्थापित और परीक्षण किया है। मस्जिद साइलेंस जोन में है और इसलिए उसी के मुताबिक सीमा तय की गई है। बेंगलुरु स्थित आपूर्तिकर्ता मोहम्मद सबील ने दावा किया कि ध्वनि नियंत्रण प्रोसेसर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा निर्धारित अनुमेय सीमा से अधिक अज़ान की मात्रा की अनुमति नहीं देंगे।
अज़ान के समय भी इकाइयों के नियंत्रण स्तरों को उन क्षेत्रों के अनुसार समायोजित किया जाएगा, जिनमें मस्जिदें स्थित हैं। इस पहल का नेतृत्व करने वाले शहर के एक डेवलपर बीएम सिराज (BM Siraj) ने कहा कि नवी मुंबई हमेशा एक शांतिपूर्ण शहर रहा है और यहां के कानून का पालन करने वाले नागरिक सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखते हैं। शहर की मस्जिदों में पुलिस की अनुमति के अनुसार लाउडस्पीकर लगाए गए हैं और उनकी ध्वनि का स्तर हमेशा निर्दिष्ट सीमा के भीतर होता है।