
पुरूषोत्तम कनौजिया
नवी मुंबई : नवी मुंबई महानगर पालिका ने कोरोना काल में मरीजों के इलाज के लिए लाखों रुपए खर्च कर तैयार किए गए बेड्स अब बेलापुर के एसटीपी प्लांट में पड़े जंग खा रहे हैं। बरसात के मौसम में खुले मैदान में पड़े रहने के कारण उन बेड्स में जंग लगने लगी है। हालांकि प्लांट के लोगों ने बताया कि उन बेड्स को पहले ढक कर रखा गया था, लेकिन बाद में सब हवा से खुल गए, जिसके चलते बरसात का पानी उस पर गिरा और उनमें जंग लगनी शुरू हो गई है। हालांकि प्रशासन की इस कार्यशैली पर अब लोग सवाल खड़े कर रहे हैं । जिस बेड के लिए लोग महामारी के दौरान तरस रहे थे, उसी बेड को इस तरह खराब होने के लिए डाल देना बहुत ही बड़ी लापरवाही का काम है। कई लोगों को बेड न मिलने पर उन्हें इंतजार करना पड़ा था और देरी से बेड मिलने के कारण उनकी जान तक चली गई थी। आज उन्ही बेड्स को पालिका ने किसी सुरक्षित स्थान पर रखने की बजाए इस तरह से खुले में डाल दिया है। प्रशासन के पास शहर में इतने बड़े – बड़े हॉल हैं, बड़ी-बड़ी इमारतों में कई कमरे खाली पड़े हैं। उसके बाद भी आखिर पालिका ने इस तरह खुले में बेड क्यों डाले ? इस मुद्दे पर जब हमने नवी मुंबई महानगर पालिका के स्वास्थ्य अधिकारी से संपर्क किया तो उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।