नासिक/नई दिल्ली : (Nashik/New Delhi) महाराष्ट्र के नासिक में स्थित एशिया में प्याज के सबसे बड़े थोक बाजार में प्याज की नीलामी मंगलवार को एक बार फिर शुरू हो गई है। एक दिन पहले प्याज की कीमत में गिरावट के विरोध में किसानों ने कुछ समय के लिए इसकी नीलामी रोक दी थी। किसानों ने कीमतों में गिरावट के खिलाफ पानी की टंकी पर चढ़कर विरोध-प्रदर्शन किया था।
लासलगांव कृषि उत्पाद बाजार समिति (Lasalgaon Agricultural Produce Market Committee) (एपीएमसी) के सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को प्याज पर लागू 20 फीसदी का निर्यात शुल्क हटाए जाने की मांग की। उनका दावा है कि निर्यात शुल्क के कारण कीमतों में गिरावट हो रही है। प्याज की कीमतों में गिरावट के विरोध में करीब 15 किसान पानी की टंकी पर चढ़ गए थे, जिसकी वजह से कुछ समय के लिए इसकी नीलामी भी रोक दी गई थी।
लासलगांव कृषि उत्पाद बाजार समिति में एक दिन पहले नीलामी के लिए 11,500 क्विंटल प्याज मंडी में लाया गया था। प्याज की ग्रीष्मकालीन फसल के लिए भाव न्यूनतम 1,000 रुपये प्रति क्विंटल, अधिकतम 2,201 रुपये प्रति क्विंटल और औसत 1,800 रुपये प्रति क्विंटल थीं। मंडी में लाल प्याज की कीमतें न्यूनतम 800 रुपये प्रति क्विंटल, अधिकतम 2,005 रुपये प्रति क्विंटल और औसत 1,700 रुपये प्रति क्विंटल थीं, जबकि पांच दिन पहले ये कीमतें 2,250-2300 रुपये थीं। इसी के खिलाफ किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया था।