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Nalanda : नालंदा में जानलेवा साबित हो रहा है कचरे का अंबार

बिहारशरीफ : (Bihar Sharif) स्मार्ट सिटी बिहारशरीफ शहर में करीब चार दर्जन योजनाएं चल रही है। परंतु अधिकांश योजनाएं कछुए की चाल से चल रही है, जिसका खामियाजा शहर वासियों को अपने ही स्वास्थ्य को दाव पर लगाकर झेलने को मजबूर है।नगर निगम क्षेत्र से निकलने वाला कचरा के निपटारे के लिए निगम द्वारा अब तक कोई ठोस व्यवस्था नहीं कि गई है। शहर वासियों को नगर निगम द्वारा बिना ढक्कन व बिना हैंडल का खराब क्वालिटी का दो बाल्टी दिया गया था, जिसमें एक में सूखा कचरा रखना था तथा दूसरे में गीला कचरा । परंतु बाल्टी देकर नगर निगम नें अपनी खानापूर्ति कर ली।आज तक मोहल्ले वासियों से अलग-अलग कूड़ा लेने नगर निगम का सफाई कर्मी नहीं आया है।

निगम कर्मी घर-घर कचरा ले भी रहा है तो एक ही प्रकार का, जो दोनों मिला हुआ रहता है।घनी आबादी में बसे लोगों के सेहत के साथ नगर निगम खिलवाङ़ तो कर ही रहा है, साथ ही साथ अब उसने घनी आबादी से हटकर भी मकान बना कर रहने वाले लोगों के लिए नगर निगम द्वारा इकट्ठा किए गए कूड़ा अब लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। बताया जाता है कि कोसुक में डंपिंग यार्ड में तीन चार दिनों से जहरीली धुआं निकल रहा है। इस कारण आसपास के लोगों के लिए रहना भी मुश्किल हो गया है।

नगर निगम द्वारा 12 बीघा जमीन पर कोसुक व चक-रसरलपुर में डंपिंग यार्ड बनाया गया है।कचरे का निष्पादन के लिए कोई ठोस निदान नहीं होने के कारण इकट्ठा किए गए कचरे में आग लगी हुई है। इससे वहां दुर्गंध फैली हुई है।डंपिंग यार्ड के निकट के गांव कोसुक, चक-रसलपुर व कृष्णा नगर मोहल्ले के हजारों लोग परेशान हैं। कचरा से धुआं, दुर्गंध और गंदगी से बीमारी फैलने का डर लोगों को सता रहा है। इससे लोगों में निरंतर आक्रोश फैल रहा है।लोग शहर से बाहर कचरा डंप करने की मांग कर रहे हैं।चक-रसलपुर गांव के ग्रामीणों ने बताया

गांव जाने का यह प्रमुख मार्ग है। बरसात के दिनों में तो यहां से गुजरना तक मुश्किल हो जाता है। वहीं गर्मियों के दिनों में सड़क पर ही गंदगी फैला रहता है। डंपिंग यार्ड खुला रहने के कारण आम दिनों में भी अवारा मवेशी कचरा को इधर-उधर फैला देता है। यार्ड के पास खड़ा रहना भी मुश्किल है। ऐसे में आस-पास के लोगों को इस नारकीय स्थिति में रहना पड़ रहा है। हद तो यह कि यार्ड से सटे पूरब में पर्यवेक्षण गृह ,तो उसके बाद डीटीओ कार्यालय है।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरीय नेता शिवकुमार यादव ने कहा अगर नगर निगम नदी किनारे कचरा फेंकना बंद नहीं करेगा तो प्रभावित गांवों के ग्रामीण एकजुट होकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे, इसकी सारी जवाबदेही जिला प्रशासन व नगर निगम की होगी।

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