मुंबई : (Mumbai) महाराष्ट्र के सातारा के फलटण स्थित उपजिला अस्पताल की महिला डॉक्टर संपदा मुंडे की आत्महत्या मामले में शुक्रवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Chief Minister Devendra Fadnavis) के आदेश के बाद दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। इस घटना की गहन छानबीन सातारा जिला पुलिस अधीक्षक की टीम कर रही है।
फलटण उपजिला अस्पताल की महिला डॉक्टर संपदा मुंडे (Dr. Sampada Munde, a female doctor at the Phaltan Sub-District Hospital) ने गुरुवार को फलटण के एक होटल के कमरे में आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या करने पहले डॉक्टर मुंडे ने अपने हाथ पर सुसाइड नोट लिखा था। हाथ पर लिखे सुसाइड नोट में डॉक्टर संपदा मुंडे ने लिखा, “मेरी मौत का कारण पुलिस इंस्पेक्टर गोपाल बदने हैं, जिन्होंने मेरे साथ चार महीने तक बलात्कार किया और प्रशांत बनकर, जिन्होंने पिछले चार महीनों से मुझे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताडि़त किया।”
इस घटना की जानकारी मिलते ही आज सुबह मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सातारा जिला पुलिस अधीक्षक से बात की और मामले में आरोपित दोनों पुलिस अधिकारियों को तत्काल निलंबित करने का आदेश दिया। इसके साथ ही इस मामले की गहन छानबीन करने और दोनों पुलिस अधिकारियों को तत्काल गिरफ्तार करने का भी आदेश दिया। इसके बाद जिला पुलिस अधीक्षक ने मामले में आरोपित पुलिस निरीक्षक गोपाल बदने और पुलिस उपनिरीक्षक प्रशांत (District Superintendent of Police suspended Police Inspector Gopal Badne and Sub-Inspector Prashant Bankar) बनकर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इस मामले में दोनों आरोपितों की गहन तलाश की जा रही है।
शिवसेना नेता सुषमा अंधारे (Shiv Sena leader Sushma Andhare) ने कहा कि महिला पिछले तीन महीने से वरिष्ठ स्तर पर शिकायत कर रही थी, लेकिन उसकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की गई। इसलिए इस मामले में अन्य आरोपितों पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही इस मामले की छानबीन के एसआईटी गठित की जानी चाहिए।
