मुंबई : नाज़ुका फेम और मराठी साहित्य की पहली दलित महिला आत्मकथा लेखिका शांताबाई कृष्णा कांबले का मंगलवार सुबह 7 बजे पुणे में निधन हो गया। लेखिका शांताबाई कृष्णा कांबले सौ वर्ष की थीं। दलित पैंथर नेता दिवंगत प्रो. अरुण कांबले और प्रोफेसर चंदू कांबले की मां थीं। उसके परिवार में बच्चे, पोते और परपोते हैं। उनके पति कृष्णा नारायण कांबले (गुरुजी), मी कृष्णा उनकी आत्मकथा है। उन्होंने डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर, विठ्ठल रामजी शिंदे, तिरमारे गुरुजी के साथ काम किया है । उनका अंतिम संस्कार शाम 7 बजे कोपरखर्णे श्मशान भूमि में किया गया । अंतिम संस्कार में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, रिपब्लिकन पार्टी के नेता और आंदोलन के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
MUMBAI : पहली दलित महिला आत्मकथा की लेखिका शांताबाई कृष्णा कांबले का निधन
