
मुंबई: (MUMBAI) महाराष्ट्र विधानसभा में शुक्रवार को कांग्रेस सदस्यों ने राहुल गांधी के पोस्टर को कथित तौर पर चप्प्ल मारने वाले सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-शिवसेना के विधायकों को निलंबित किए जाने की मांग करते हुए हंगामा किया।सत्तारूढ़ दलों के विधायकों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की हिंदुत्व विचारक वी. डी. सावरकर को लेकर की गई कथित टिप्पणी के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र विधानमंडल परिसर में उनके पोस्टर पर कथित तौर पर चप्पलें मारी थीं।
इस मुद्दे को लेकर सदन की कार्यवाही को तीन बार स्थगित किया गया क्योंकि कांग्रेस और सत्ता पक्ष के सदस्यों ने नारेबाजी की।बाद में, विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि वह प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय नेताओं के संदर्भ में सदस्यों की खातिर मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) और आचार संहिता जारी करेंगे। वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सावरकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का “अपमान” करने के लिए विपक्ष पर निशाना साधा।
सुबह, सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नाना पटोले (कांग्रेस) ने मांग की कि राहुल गांधी के पोस्टर को चप्पल मारने वाले सदस्यों को सदन से निलंबित किया जाए।उनकी इस मांग पर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि उन्होंने विधानमंडल परिसर में हुए घटनाक्रम की रिपोर्ट मांगी है और वह वीडियो फुटेज भी प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा, “मुझे वीडियो फुटेज की जांच करने दीजिए और उसके बाद मैं अपना फैसला सुनाऊंगा। मैं नैसर्गिक न्याय के सिद्धांतों का पालन करूंगा।’’नाराज विपक्षी सदस्य आसन के समीप आ गए और राहुल गांधी के समर्थन में नारेबाजी की।
संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने आसन के समीप आ कर हंगामा कर रहे सदस्यों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में की कुछ टिप्पणी पर आपत्ति जताई।नार्वेकर ने कहा कि उन्होंने जो कहा है, वह सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं होगा। सत्ताधारी दलों के सदस्यों ने कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कोई टिप्पणी स्वीकार नहीं करेंगे।इसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्यों ने प्रधानमंत्री मोदी और विपक्ष ने राहुल गांधी के समर्थन में नारेबाजी की।हंगामे के कारण सदन को पहले 20 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। उसके बाद कार्यवाही पहले 15 मिनट और उसके बाद फिर 20 मिनट के लिए स्थगित की गई।
इसके बाद जब सदन की कार्यवाही पुन: शुरू हुई तो अध्यक्ष ने कल की घटना के संबंध में कहा कि ऐसी घटना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘इसी प्रकार सदन में की गई कुछ टिप्पणियां भी सही नहीं हैं।’’ उन्होंने कहा, “मैं वीडियो फुटेज देखूंगा और उसके बाद उचित कार्रवाई करूंगा।”नार्वेकर ने यह भी कहा कि वह अगले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय नेताओं के संदर्भ में विधायकों के लिए एसओपी और आचार संहिता जारी करेंगे।
मुख्यमंत्री शिंदे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने के लिए विपक्ष पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री का अपमान देश का अपमान है। सदन की गरिमा बनाए रखने की जरूरत है। आप पिछले आठ महीनों से मेरे बारे में आपत्तिजनक बयान दे रहे हैं। मैं अध्यक्ष से अनुरोध करता हूं कि कल व्यवस्था देते समय इन सभी बातों को भी ध्यान में रखा जाए। अगर, देश में लोकतंत्र पर खतरा है, तो भारत जोड़ो यात्रा कैसे निकाली गई और श्रीनगर में झंडा कैसे फहराया गया? हम सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।’’