
मुंबई : कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने बुधवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राज्य विधानसभा में लोगों से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा से बचने का आरोप लगाया।
विधानसभा अध्यक्ष ने बुधवार को निचले सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया, क्योंकि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत की एक टिप्पणी पर हंगामा हुआ। राउत ने ‘‘विधिमंडल’’ (विधायिका) को ‘‘चोरमंडल’’ कहा था।
विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद पटोले ने पत्रकारों से कहा कि राउत के बयान का समर्थन नहीं किया जा सकता और अध्यक्ष को इस पर ‘‘तत्काल निर्णय’’ लेना चाहिए था। उन्होंने रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी और महंगाई जैसे मुद्दों पर भी सरकार पर निशाना साधा।
केंद्र ने बुधवार को रसोई गैस एलपीजी की कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की। पटोले ने कहा, ‘‘संजय राउत ने विधायिका को लेकर जो कहा वह आपत्तिजनक है…इसका समर्थन नहीं किया जा सकता। विधायका का अपमान करने का अधिकार किसी को नहीं है। यह राज्य की जनता का भी अपमान है। भाजपा ने इस संबंध में उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया है। इस पर सदन में किसी ने विरोध नहीं जताया।’’
उन्होंने कहा कि अध्यक्ष को इस पर तत्काल निर्णय करना चाहिए था और फिर लोगों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए थी। पटोले ने कहा, ‘‘सत्तारूढ़ दलों ने सदन की कार्यवाही को रोकने का फैसला किया, ताकि लोगों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा नहीं हो।’’